बदनौर मे रावत - गुर्जर मे प्रधान पद की मशक्कत

Full Coverage from - भूपेन्द्र औझा

हुरड़ा मे पूर्व मंत्री रामलाल जाट की हुँकार

जिला परिषद सदस्य क्षेत्र 36 मे भाजपा को जीत की दरकार 

     भीलवाड़ा। पंचायत राज पद चुनाव के दुसरे चरण का प्रचार दौर थम गया। पर पूर्व मंत्री, माण्डल काग्रेंस विधायक राम लाल जाट ओर आसींद काग्रेंस पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाड़ा का अरसे बाद हुरड़ा तहसील में एक साथ साझा प्रचार दौरा काग्रेंस मे बूस्टर का काम कर गया। वैसे पूर्व मंत्री रामलाल जाट के सुसराल की महिला सदस्य विमला देवी जाट भी चुनाव मैदान में है। भाजपा मे प्रत्याशी चयन मे स्थानीय आसींद - हुरड़ा भाजपा मण्डल मुखियाओं की राय को दरकिनार कर विधायक - जिला संगठन मुखिया के बीच ही  प्रत्याशी चयन का खेल चला, उससे स्थानीय कार्यकर्ताओं मे नाराजगी है।यहां तक कि,आरोप प्रत्यारोप मे भाजपा  प्रदेश कोर कमेटी से मंजूर उम्मीदवार सूची में भी हेराफेरी कर प्रत्याशी बदलने के आरोप लग रहे है।ऊपर से बदनौर की मौगर के आलानेता मदनसिंह रावत ओर हुरड़ा लाम्बा मे नारायण लाल गुर्जर तथा कुमावत समुदाय को कहीं मौका नहीं देना, भाजपा को भारी पड रहा। इससे खासे निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में है।

     भीलवाड़ा जिले में अकेले आसींद विधानसभा क्षेत्र में ही पूरी तरह तीन पंचायत समिति का ईलाका है। बाकी माण्डल, माण्डलगढ़, जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में तीसरी पंचायत समिति का दो विधानसभाओ मे बटवारा है।आसींद विधानसभा के भाजपा विधायक जब्बर सिंह पहली दफे विधानसभा में पहुंचे हैओर उनका पहला चुनाव है जिसमें उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों के चयन मे भागीदारी निभाई।पर उसमे विधायक महोदय ज्यादा कामयाब नहीं रहे। हल्के में खुसरफूसर हैकि,जिला संगठन नेताओं ओर दुसरे बडे नेताओं के पसंदीदा खासे टिकड हथियाने मे कामयाब रहे। 

     हुरड़ा पंचायत समिति में इस दफे प्रधान पद सामान्य के खाते मे रहा। भाजपा का हुरड़ा मे बीते दो दशकों से अधिक समय से अपना प्रधान नहीं बना है। भाजपा मे हुरड़ा प्रधान पद के प्रमुख दावेदारो मे निर्वाचन क्षेत्र 1 खारी का लाम्बा मे चुनाव लड रहे भाजपा उम्मीदवार हनुमंत सिंह है। वह खुद निवृतमान जिला परिषद सदस्य है तो धर्मपत्नी  उषा कंवर मौजूदा सरपंच। आमने सामने के चुनाव दंगल में काग्रेंस उम्मीदवार है कृष्ण सिंह। क्षैत्र मे एक चर्चा यह भी है कि, उमराव सिंह चोरडिया जब भी पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लडे, हुरड़ा मे भाजपा का प्रधान बना तथा काग्रेंस नेता मधुसूदन पारीक जब भी चुनाव जीते, वह आला पद पर पहुंच हुरड़ा मे अपनी पार्टी का प्रधान बनाने में सफल रहे। भाजपा के चोरडिया 1995 मे पंचायत समिति का चुनाव लड जीते ओर हुरड़ा मेभाजपा से कन्हैया लाल वैष्णव प्रधान बने। काग्रेंस के मधुसूदन पारीक चुनाव जीत उपप्रधान बने ओर हुरड़ा मे काग्रेंस की समता देवी बैरवा प्रधान की कूर्सी पर विराजमान हुई। 

     अबकी बार दोनो एक दुसरे के सामने चुनाव लड रहे। त्रिकोणीय चुनाव संघर्ष में उमराव सिंह चोरडिया( भाजपा) ओर मधुसूदन पारीक( काग्रेंस)  दोनो कोटडी 18 से चुनाव लड रहे ओर शिवराज जाट निर्दलीय प्रत्याशी है। मधुसूदन पारीक काग्रेंस मे प्रधान पद के दावेदार है। प्रधान पद के दावेदार ओर त्रिकोणीय चुनाव मुकाबले में पूर्व उपजिला प्रमुख गजमल जाट के पुत्र प्रमोद जाट सरेरी वार्ड 11 मे काग्रेंस उम्मीदवार है तो भाजपा मण्डल के पूर्व अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जाट भाजपा प्रत्याशी। दोनो के सरेरी मे बहारी ( गढवालो का खेडा ) होने से ईलाके के निवासी निर्दलीय प्रत्याशी राजू कुमावत कडी टक्कर दे रहे।दुसरी ओर, गढवालो का खेडा निर्वाचन क्षेत्र 10 मे भाजपा नेता जगदीश जाट के भाई बद्रीलाल जाट की धर्मपत्नी  सोनी देवी जाट काग्रेंस उम्मीदवार है।भाजपा ने मुकाबले में ललिता देवी जाट को उतारा है।पर दो निर्दलीय प्रत्याशी गणी देवी ओर अल्पना देवी भी है। हुरड़ा मे त्रिकोणीय चुनाव मुकाबला तीन अन्य क्षैत्र अंटाली,टोकरवाडा, आगुचा मे भी है।निर्वाचन क्षेत्र 3 अंटाली मे काग्रेंस उम्मीदवार भैरु ओर भाजपा से मण्डल महामंत्री एवम पूर्व दातडा सरपंच सांवरमल जाट से चुनाव मुकाबले मेअंटाली के मौजूदा सरपंच के भाई लक्ष्मण सिंह के निर्दलीय चुनाव मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया। 

     हुरड़ा के वार्ड 9 टोकरवाडा-जवानपुरा मे पूर्व मंत्री एवम माण्डल काग्रेंस विधायक रामलाल जाट का सुसराल है ओर उनके साले धनजी जाट की पुत्रवधू विमला देवी जाट यहां काग्रेंस प्रत्याशी है। उसके सामने भाजपा की सरोज जाट ओर निर्दलीय प्रत्याशी शांति कुमावत है। काफी समय बाद, बीते दिनों विधायक रामलाल जाट ओर आसींद पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाड़ा दोनों हुरड़ा पंचायत समिति में चुनाव प्रचार के लिए साथ निकले।तब के एक वाक्ये की बडी चर्चा है! भाजपा प्रत्याशी सरोज जाट के पति द्वारा टोकरवाडा काग्रेंस सभा में पूर्व मंत्री रामलाल जाट को माला पहनाकर स्वागत करने का विडीयों सोसल मिडिया पर छाया हुआ है। यहां भी त्रिकोणीय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी शांति देवी कुमावत तथा काग्रेंस उम्मीदवार मे टक्कर है। 

     आगुचा निर्वाचन क्षेत्र 15 मे पूर्व सरपंच सारिका जयसवाल की देवरानी लाजवंती जयसवाल काग्रेंस उम्मीदवार है। पति विजय कुमार जयसवाल पीछले सरपंच पद चुनाव में थोड़े कम वोट से चुनाव हारे। भाजपा से शोभादेवी सेन ओर आरएलडी उम्मीदवार मूली देवी गुर्जर तथा बसपा प्रत्याशी मधु बैरवा है। काग्रेंस की निवृतमान प्रधान समता देवी बैरवा की गृह पंचायत आगुचा मे गुर्जर मतदाता अच्छी तादाद में होने से निर्णायक है।प्रत्याशी मूली देवी गुर्जर का पुत्र अमरचंद गुर्जर के यहां प्रभावी गुर्जर नेता होने से चुनाव रोचक हो गया।

     निर्वाचन क्षेत्र 14 भोजरास मे निर्दलीय उम्मीदवार राधेश्याम तेली ओर भाजपा मण्डल के पूर्व पदाधिकारी राजवीरसिंह के भाजपा उम्मीदवार अभिषेक शर्मा के समर्थन में खुल कर आने से भाजपा प्रत्याशी की चुनाव फिजा मे रोनक आई। काग्रेंस प्रत्याशी काग्रेंस ओबीसी प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश राव ओर निर्दलीय उम्मीदवार बलदेव तथा विष्णु प्रसाद से मुकाबले में भाजपा के शर्मा का पलडा अब भारी हो गया।

    काग्रेंस के वजनी उम्मीदवार मे वार्ड 4मे रामस्वरूप जाट की मातृश्री सोहनी देवी जाट आमने सामने के चुनाव दंगल में भाजपा की शांति देवी से आगे है।निर्वाचन क्षेत्र 8 तस्वारिया मे काग्रेंस प्रत्याशी पूर्व सरपंच रामनारायण जाट आम मतदाताओं को अपना आखिरी चुनाव बता काफी जनसमर्थन बटौर रहे।जिससे यहां त्रिकोणीय चुनाव मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी रविन्द्रनाथ ओर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी उम्मीदवार राजेश का जीत हार गणित गडबडा गया। 

    अब नव नवेली बदनौर पंचायत समिति सदस्य चुनाव हालचाल मे रावत ओर गुर्जर समुदाय में ओबीसी महिला प्रधान पद को लेकर रस्साकशी है। भाजपा ने चार रावत समुदाय की महिला ओर तीन महिला गुर्जर प्रत्याशियों को चुनाव में टिकड दिया है।भाजपा ने मौगर के प्रभावी रावत नेता मदन सिंह रावत के बदले दुसरे रावत नेताओ पर दाव खेला। भाजपा मण्डल अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रावत के भाई राजेन्द्र सिंह की धर्मपत्नी ऐश्वर्या रावत निर्वाचन क्षेत्र 2 ओझयाणा- रतनपुरा से भाजपा प्रत्याशी है। ऐश्वर्या बीए पास शिक्षित है तो महेन्द्र सिंह पूर्व सरपंच। पर एक निर्दलीय प्रत्याशी प्रियंका सिंह के चुनाव मैदान में आने से मुकाबला कडा हो गया। प्रियंका सिंह के पिता मोती सिंह रतनपुरा के पूर्व सरपंच है तो प्रियंका का सुसराल ओझयाणा। 

     इससे निर्दलीय प्रत्याशी प्रियंका सिंह का क्षेत्र की दोनों पंचायत में जुडाव होना, चुनाव में फायदेमंद साबित हो रहा है। काग्रेंस ने भी रावत समुदाय से शारदा देवी रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है। मौगर निर्वाचन क्षेत्र 10 मे पूर्व सरपंच चुनीं सिंह रावत की पोत्रवधू काग्रेंस प्रत्याशी नीलम देवी रावत ओर पूर्व सरपंच अमर सिंह की पोत्र भाजपा उम्मीदवार लता कुमारी के सामने रावत समुदाय के तीन वार्ड पंच की धर्मपत्नीया निर्दलीय चुनाव लड रही। वार्ड पंच बाबू सिंह की धर्मपत्नी सीता देवी, अमर सिंह की कमला देवी, कुब सिंह की अनछी देवी ओर एक कोन्टेकटर की मातृश्री प्रेम देवी रावत निर्दलीय प्रत्याशी है। अब छःकोणीय चुनाव दंगल में कौन रावत महिला बाजीमारेगी? यह अभी आप हम सबके हाथ नहीं,बस मतगणना ही फासला करेंगी! 

     त्रिकोणीय रोचक चुनाव मुकाबला निर्वाचन क्षेत्र 3पाटन मे हो रहा। काग्रेंस के रमेशकुमार ओर भाजपा की जमना देवी सेन तथा निर्दलीय पाटन पूर्व सरपंच गंगा देवी गुर्जर मे। ऐसे ही त्रिकोणीय चुनाव मुकाबला वार्ड  मोटी मे भाजपा मण्डल महामंत्री प्रेमचंद ओर काग्रेंस उम्मीदवार निर्मल कुमार तथा निर्दलीय गोवर्धन नायक मे है। निर्दलीय प्रत्याशी गोवर्धन नायक भाई लादुलाल नायक मौजूदा मोटी सरपंच है, तो पिता पन्ना लाल नायक पूर्व सरपंच।  दो पूर्व सरपंच मे आमने सामने का दंगल वार्ड 1भादसी- भोजपुरा मे काग्रेंस उम्मीदवार भादसी पूर्व सरपंच वीरम सिंह ओर भाजपा प्रत्याशी भोजपुरा पूर्व सरपंच शांति देवी रावत मे है। भाजपा मे गुर्जर समाज से  प्रधान पद दावेदार मे निर्वाचन क्षेत्र 6 मोटरास से भाजपा उम्मीदवार दो बार सरपंच पद का चुनाव जीत चुकी गणी देवी गुर्जर है। गणी देवी के ससुरजी खुभराम गुर्जर भी सरपंच रहे है।काग्रेंस ने यहां समता गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है।

     मुकाबला बदनौर मे भी खुब है! निर्वाचन क्षेत्र 11 बदनौर मे काग्रेंस प्रत्याशी कांता देवी रावत ओर भाजपा उम्मीदवार रानू गौखरु से चुनाव मुकाबले में बदनौर सरपंच गोपाल रावत के भाई मदन सिंह रावत की धर्मपत्नी ममता रावत निर्दलीय प्रत्याशी है। काग्रेंस प्रत्याशी कांता देवी कृषि विभाग के रिटायर्ड अधिकारी के परिवार की सदस्या है। सरपंच गोपाल रावत का अभी हाल बदनौर सरपंच पद पर रिटायर्ड पंचायत प्रसार अधिकारी महावीर सिंह से कडा मुकाबला हुआ था। इससे कस्बे में फिर रिटायर्ड अधिकारी से गोपाल रावत का चुनाव दंगल होने की चर्चा है।

     आसींद विधानसभा मे जिला परिषद सदस्य के 6 निर्वाचन क्षेत्र है। दो 34,35आसींद पंचायत समिति मे,  दो 36,37 बदनोर मे ओर दो 30,31 हुरड़ा मे।  हुरड़ा मे जिला परिषद सदस्य क्षैत्र 30 मे भाजपा मण्डल पूर्व अध्यक्ष भैरु लाल पाराशर के परिवार की महिला सदस्य भाजपा उम्मीदवार मीनाक्षी पाराशर काग्रेंस प्रत्याशी आगुचा पंचायत समिति काग्रेंस पूर्व सदस्य शिवदयाल पांडेया के परिवार की महिला सदस्य आशा किरण पांडाया से मुकाबले में मजबूत स्थिति में है। दुसरे निर्वाचन क्षेत्र 31 मे भाजपा उम्मीदवार गढवालो का खेडा पूर्व सरपंच राम लाल खटीक ओर काग्रेंस प्रत्याशी लाम्बा पूर्व सरपंच कुलदीप परिहार मे टक्कर है। निर्वाचन क्षेत्र 36 मे बरसनी पूर्व सरपंच अशोक कुमार का काग्रेंस प्रत्याशी महेन्द्र सिंह से मुकाबला है। निर्वाचन क्षेत्र 37 एससी महिला मे भाजपा मण्डल मोर्चा महामंत्री लादुलाल खटीक की पुत्रवधू आशा खटीक का काग्रेंस उम्मीदवार पुष्पा देवी से मुकाबला है।गोर करनेवाली बात है कि जिला परिषद सदस्य के निर्वाचन क्षेत्र 36 से चुनाव में भाजपा का अभी तक खाता नहीं खुला ओर निर्वाचन क्षेत्र 35 मे काग्रेंस पहले कभी नहीं जीती, पर इस दफे यहां ब्लाँक काग्रेंस पूर्व अध्यक्ष छोगालाल गुर्जर की पुत्रवधू गजरी देवी गुर्जर निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो गई हैं।