भारतीयों को सबसे पहले मिलेगी हमारी कोरोना वैक्सीन - अदार पूनावाला

     भारत में कोरोना से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी ने कहा है कि भारत में सबसे पहले वैक्सीन देने पर वो काम कर रही है. उसका लक्ष्य इसी बात पर है कि कैसे हम भारत में सबसे पहले वैक्सीन दें. ये कंपनी भारत की ही है. यहां दुनिया की सबसे ज्यादा वैक्सीन का उत्पादन होता है. 

     सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India - SII) के चीफ एग्जीक्यूटिव अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा है कि उनकी कंपनी का फोकस है कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की वैक्सीन सबसे पहले भारत में दें. उसके बाद दुनिया के अन्य देशों में सप्लाई करें. सीरम इंस्टीट्यूट एस्ट्राजेनेका दवा कंपनी की वैक्सीन का उत्पादन भारत में कर रही है. 

     अदार पूनावाला ने कहा कि हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि हम पहले अपने देश की चिंता करें. उसके बाद हम कोवैक्स (Covax) फैसिलिटी पर जाएं, फिर बाकी समझौतों औऱ डील्स की बात करें. इसलिए मेरी प्राथमिकता सूची में सबसे पहले भारत और भारत के लोग हैं. कोवैक्स फैसिलिटी दुनिया के गरीब देशों के लिए वैक्सीन देने की एक जगह तय की जा रही है. अदार ने बताया कि हम भारत सरकार से बात कर रहे हैं कि वो वैक्सीन खरीदे. SII के पास साल 2021 की पहली तिमाही तक इतनी वैक्सीन हो जाएगी कि वो भारत के बाजारों में वैक्सीन बेंच सकती है. 

     पूनावाला का बयान एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) दवा कंपनी के उस बयान के थोड़ी देर बाद आया, जिसमें दवा कंपनी ने दावा किया कि उनकी दवा कोरोना को रोकने में 90 फीसदी प्रभावी है.  एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने ये भी दावा किया है कि उनकी वैक्सीन दुनिया की सबसे सस्ती, सुरक्षित और सक्षम वैक्सीन है. कंपनी ने कहा कि उनके पास इसके सस्ते उत्पादन और सहज वितरण की पूरी नीति तैयार है. अब सीरम इंस्टीट्यूट और एस्ट्राजेनेका साल के अंत में सरकार में पास अर्जी देंगे कि उन्हें उनकी वैक्सीन का आपातकालीन उपयोग करने की अनुमति दी जाए.