नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के 125 वीं जयंती "पराक्रम दिवस" पर आजमगढ़ ढकवा में माल्यार्पण के बाद मिष्ठान और कंबल वितरण किया गया - अजीत सिन्हा

      आज़मगढ़ : आजाद हिंद फौज के महान सेनानायक और भारत में आजाद हिंद सरकार के पहले प्रधानमंत्री अमर शहीद नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को "पराक्रम दिवस" की अधिसूचना भारत सरकार द्वारा जारी होने पर अनंत बधाइयां और शुभकामनाओं के साथ उत्तरप्रदेश जिला आजमगढ़ के ढकवा में नेताजी के चालक कर्नल निजामुद्दीन के गांव में उनके चित्र पर माल्यार्पण के बाद मिष्ठान और कंबल वितरण किया गया। 

     पूर्वांचल के प्रमुख सामाजिक और सांस्कृतिककर्मी अरविंद चित्रांश ने कहा कि आज हम सभी आजमगढ़ निवासी होने के नाते अकरम निजामुद्दीन के साथ गांव ढकवा गौशाला में गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं और नेताजी सुभाष सेना के कमांडर - इन - चीफ एवं प्रस्तावित नेताजी सुभाष पार्टी के राष्ट्रीय राष्ट्रीय संयोजक माननीय अजीत सिन्हा के प्रेरणा और वोडा इंडस्ट्रीज आप ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अस्थाना, लघु सिंचाई के अवर अभियंता रामाश्रय सिंह,एचडीएफसी लाइफ से पंकज उपाध्याय,अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत के संयोजक अरविंद चित्रांश,राष्ट्रीय कला सेवा संस्थान  के  शिवम कौशिक के साथ जनपद से 15 किलोमीटर दूर आकर अकरम निजामुद्दीन के गांव समस्त नागरिकों के साथ पराक्रम दिवस बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया।

     भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती वर्ष में उनके अतुल्य योगदान को याद करते हुए नेताजी के अदम्य भावना और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा के सम्मान में 23 जनवरी 2021 को "पराक्रम दिवस" के शुभ अवसर कहा गया कि नेता जी को भारत रत्न और उनके ड्राइवर कर्नल निजामुद्दीन को पद्मश्री के साथ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी घोषित करना चाहिए और यहां एक वृद्धा आश्रम खोलना चाहिए इससे देश के लोगों को नेता जी के जीवन से प्रेरणा, देशभक्ति और साहस की भावना समाहित होगी। जय हिंद, जय भारत!