From - भूपेन्द्र औझा
भीलवाड़ा। प्रदेश में चार विधानसभा उपचुनाव के कार्यक्रम की अधिसूचना के एक दो दिनों में जारी होने के आसार नहीं है? मुख्य चुनाव आयोग के आलासूत्रो मुताबिक-जब दो मई को मतगणना होनी है तो, उपचुनाव कार्यक्रम को जारी करने की जल्द बाजी क्यो? इस नाते राज्य के चार विधानसभा सहाड़ा, सुजानगढ, राजसंमद ओर वल्लभनगर उपचुनाव के कार्यक्रम को मार्च के तीसरे हफ्ते में जारी करने की संभावना है। जिसमे बंगाल के सातवें चरण मतदान 26 अप्रैल ओर अंतिम चरण 29 अप्रैल के मद्देनजर, राजस्थान में चारो विधानसभा उपचुनाव को एक चरण में 26 या 29 अप्रैल को मतदान अनुसार उपचुनाव मुकम्मल कराने की संभावना है।
चुनाव में नामांकन प्रारंभ अधिसूचना जारी से मतदान तक की करीब 25 दिन की अवधि लगती आई है। मुख्य चुनाव आयोग अमुमन अधिसूचना जारी से पांच से सात दिन पहले चुनाव कार्यक्रम को जारी करता रहा है। बंगाल सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव चल रहे। चुनाव आयोग इस बीच राजस्थान के चार, उत्तराखंड एक, हिमाचल एक सहित देश के कुछ ओर राज्यों के विधानसभा उपचुनाव कराने की कवायद कर रहा। हालांकि चुनाव आयोग ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव ईलान के बाद तमिलनाडु की कन्याकुमारी लोकसभा उपचुनाव का कार्यक्रम जारी कर दिया है लेकिन रिक्त एक लोकसभा ओर राजस्थान सहित दो तीन राज्यों के विधानसभा उपचुनाव का कार्यक्रम जारी नहीं किया।
इससे संकेत मिल रहे हैं कि दो मई को सभी के साथ मतगणना ओर बंगाल के 26 सातवे या 29 अप्रैल अंतिम चरण से मतदान मे से किसी एक मे प्रदेश में उपचुनाव मतदान के मद्देनजर 20 मार्च के आसपास मुख्य चुनाव आयोग दिल्ली द्वारा प्रदेश के चारो विधानसभा उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होने की संभावना है। काग्रेंस-भाजपा राजनैतिक हल्के में उपचुनाव के 15 से 17 मार्च को जारी होने की खासी चर्चा है।