News from - Vinod Sharma
जयपुर के जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (NIA) में नशे की लत से आयुर्वेदिक उपचार के जरिए छुटकारा दिलाया जाता है. कई राज्यों से लोग यहां आकर अपना इलाज करवा रहे है और उनको इससे बहुत फायदा भी हो रहा है. अगद तंत्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर अनिता शर्मा ने बताया की राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में सभी प्रकार के दुर्व्यसन जैसे शराब, अफ़ीम, स्मैक, गांजा, भांग, हेरोइन, MDMA, crystal meth, नींद की गोली की लत से आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार करके, रोगी को नशे की लत से निजात दिलाई जाती है. नशे की लत की वजह से व्यक्ति अपना ही नहीं बल्कि अपने पूरे परिवार का भी जीवन खराब कर देता है। बहुत से लोग बुरी संगत या मानसिक तनाव को कम करने के लिए नशे का सेवन करना शुरू कर देते हैं। और उनकी ये आदत कब लत में बदल जाती है उन्हें पता ही नही चलता।
अत्यधिक मात्रा में नशे के सेवन से व्यक्ति को बेचेनी घबराहट, चिड़चिड़ापन, हाथ पैर काँपना, दर्द होना, नींद का ना आना आदि लक्षण आते हैं। जो भी व्यक्ति अपना जीवन का मूल्य समझ कर इस लत को छोड़ना चाहता है या परिजन नशे को छुड़वाना चाहते है तो उसके लिए वर्तमान परिपेक्ष्य में आयुर्वेद के माध्यम से बिना किसी दुष्प्रभाव से नशे की लत को छुड़वा सकते हैं।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में नशा मुक्ति हेतु अनुसंधान कार्य जारी है. इसके लिए पूरे अगद तंत्र विभाग की टीम तत्परता से अनुसंधान में जुटी हुई है और यहां निःशुल्क चिकित्सा प्रदान की जा रही हैं। डॉ अनीता शर्मा की टीम का एकमात्र ध्येय नशा मुक्त समाज करना है। जयपुर में भी नशे का कारोबार पांव पसार चुका है और युवा वर्ग इस नशे की जद में बहुत जल्दी आ रहा है. इसलिए समाज को, युवाओं को बचाने के लिए यह टीम अथक प्रयास कर रही हैं. इन के प्रयासों से ही नशे की लत के शिकार बहुत रोगियों का सफल उपचार हुआ है. लोगों को कम जानकारी होने की वजह से यहां उपचार के लिए नहीं पहुंच पा रहे हैं.
नशा मुक्ति हेतु राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के अगद तंत्र विभाग के अध्येता डॉ पूनम शर्मा व डॉ रिंकेश बिश्नोई (8769213229) से सम्पर्क करके इस बुरी लत से लाभ पाया जा सकता है। इनका इस विषय पर अनुसंधान जारी है।