अनिश्चितकालीन सत्याग्रह के लिए स्थान उपलब्ध कराने की अनुमति देने पर बनी सहमति - रामपाल जाट

     नई दिल्ली/जयपुर. गोपाल सैनी (कार्यालय सचिव-किसान महापंचायतएक मई से जंतर मंतर, नई दिल्ली पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आरम्भ होगा. इस सत्याग्रह में राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश के किसान सम्मिलित होंगे। सत्याग्रह का प्रयोजन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी कानून बनाने तथा खेती के कॉरपोरेटीकरण के प्रभाव को समाप्त करने के लिए "एक राष्ट्र- एक बाजार" संबंधी कानूनों में संशोधन अथवा वापसी करने के संबंध में देशभर में चल रहे आंदोलन की सफलता के लिए सत्य, शांति एवं अहिंसा के आधार पर सत्याग्रह किया जाएगा. इस दिशा में ताला खोलने के लिए सत्याग्रह ही चाबी बनेगा. 

(Ram lal Jaat-National President, Kisan Mahapanchayat)

     9 अप्रैल को सत्याग्रह अनिश्चितकालीन होने के कारण पर जंतर मंतर नई दिल्ली के स्थान की अनुमति को निरस्त कर दिया गया था। उसके उपरांत 11 अप्रैल को पुनर्विलोकन पत्र प्रस्तुत किया था। उसी के संबंध में 12.04.2021 दोपहर को डॉ. ईश सिंघल, उपायुक्त, नई दिल्ली के कार्यालय वार्ता आयोजित की गई, जिसमें देश के किसानों की ओर से किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में पांच सदस्यीय शिष्टमंडल के सदस्यो में किसान महापंचायत राजस्थान के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुसद्दी लाल यादव, प्रदेश मंत्री बत्ती लाल बैरवा, हरियाणा से मनोज श्योरायण एवं नवनीत रोज ने भाग लिया।

 इस वार्ता के उपरांत डॉ. ईश सिंघल, उपायुक्त, नई दिल्ली की ओर से अनिश्चितकालीन सत्याग्रह की अनुमति पर विचार कर दिल्ली प्रदेश द्वारा कोविड-19 की मार्गदर्शिका की अवधि समाप्त होने पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आयोजन के लिए 12 अप्रैल 2021 को आदेश प्रसारित किया। ज्ञात रहे कि दिल्ली प्रदेश में कोविड के कारण राज्य सरकार ने 30 अप्रैल तक सभी प्रकार की सामाजिक/राजनैतिक/खेल/मनोरंजन/शैक्षिक/संस्कृतिक/धार्मिक/त्यौहार आदिगतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया है.

इसी के परिपेक्ष में सत्याग्रह आज 13 अप्रेल के स्थान पर 1 मई से आरंभ किया जाएगा। इस अवधि में सत्याग्रह के लिए संकल्प मांगे जायेंगे एवं सत्याग्रहियों के लिए कार्यशाला आयोजित की जायेंगी I