पानी बरसता रहा सत्याग्रह चालू रहा, मूसलाधार बरसात भी नहीं रोक पाई सत्याग्रह - रामपाल जाट

      दिल्ली/ जयपुर. आज से संसद का मानसून सत्र आरम्भ होने से जंतर-मंतर पर पहुंचने पर पुलिस - प्रशासन द्वारा खड़े किये अवरोधों को पार करते हुए, मूसलाधार बरसात मे भीगते हुए सत्याग्रही जंतर-मंतर पहूंच ही गये. जहां नियुक्त पुलिस बल ने उन्हें अभिरक्षा में लेकर संसद मार्ग थाना में पहुंचाया।

     15 दिन पहले से जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू हुआ, जिसमें से 14 दिनो से सत्याग्रहियों को अभिरक्षा में लेकर पुलिस थाने निरूद्ध रखा जा रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड कानून बनाने तथा कृषि में लाये गये तीनों कानूनों को निष्प्रभावी करने को लेकर, सरकार द्वारा संसद में चर्चा कराने को लेकर, देश भर के किसान आशान्वित हैं। इसी को लेकर सत्याग्रह जंतर-मंतर पर ज़ारी है। सत्याग्रहियों को सरकार की संवेदना जगाने के लिए स्वयं को कष्ट देकर तप किया जा रहा है। किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पाने के कारण, वह कर्ज भी चुकाने में असमर्थ है. इस कारण किसान अपनी जीवनलीला समय पूर्व ही समाप्त कर रहें हैं।

     किसानों को इस आर्थिक संकट  से मुक्ति के लिए जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू करनें के लिए स्थान की अनुमति मांगी परन्तु दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक भी स्थान उपलब्ध नहीं कराया गया। बल्कि किसानो को अपनी व्यथा को प्रकट करने से भी सरकार द्वारा वंचित किया जा रहा हैं ‌। इतने पर भी पुलिस रुकतीं नहीं है। उन्होंने आज़ 15 वे दिन भी अपना सत्याग्रह जारी रखा.

      किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मुसुद्दीलाल यादव, हरियाणा प्रसिद्ध समाजसेवी स्वामी इन्द्रर नेहरा, राजस्थान से प्रदेश मंत्री बत्तीलाल बैरवा, युवा किसान महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर प्रसाद चौधरी, टोक जिले के उपाध्यक्ष गोपीलाल जाट, जयपुर के कोषाध्यक्ष नरेंद्र चौपड़, दूदू विधानसभा के अध्यक्ष हरजीराम घटाला आदि को अभिरक्षा में लेकर पुलिस थाना संसद मार्ग में निरूद्ध किया हुआ है।