सत्याग्रह के रास्ते पर चलने वाले किसानों का वर्षा में भी लगातार जंतर-मंतर पर सत्याग्रह - रामपाल जाट

     नई दिल्ली। जन्तर - मन्तर किसान महापंचायत के  राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने बताया कि 228 दिन व्यतीत होने के उपरांत भी जंतर-मंतर नई दिल्ली पर 5 जुलाई को एक दिन ही सत्याग्रह हुआ. पिछले 9 दिनों से सत्याग्रहियों को पुलिस थाना संसद मार्ग में ही सत्याग्रह करना पड़ रहा है। जिसमें 87 वर्ष के किसान हरलाल क्रान्तिकारी भी बिना रूकें जंतर-मंतर सत्याग्रह में सम्मिलित हुए एवं वर्षा ऋतु में किसानों के हितों में संघर्ष कर रहें हैं।

सत्याग्रहियों को जंतर मंतर पहुंचते ही उन्हें अभी रक्षा में लेने के लिए पुलिस तैयार रहतीं हैं

     दिल्ली पुलिस जंतर-मंतर पर सत्याग्रहियों को रुकने नहीं देती। सत्याग्रही अपना संघर्ष सत्य के लिए, सत के द्वारा चलाने के लिए उतदृढ़ है। प्रधानमंत्री द्वारा निरन्तर घोषणा कि जा रही है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य था, हैं, और रहेगा। सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड मुल्य बताया गया है. उसके उपरांत भी किसानों को अपना उत्पाद औने पौने दामों में बेचना पड़ता है। उन्हें समर्थन मूल्य तो दूर, लागत मुल्य भी नहीं मिल पाता है। किसानों को उनकी उपजों के न्यूनतम समर्थन मूल्य तभी प्राप्त हो सकता है। जब इसकी खरीद की गारंटी का कानून बनें। इस सत्य के आग्रह के लिए ही 228 दिनों से किसान संघर्षरत हैं। शाहजहांपुर बोर्डर से दिल्ली तक किसानों को अनेक स्थानों पर अनेकों बार रोका गया किन्तु किसानों ने हिम्मत नहीं हारी और 5 जुलाई को जंतर-मंतर पहुंच के वहां सत्याग्रह किया। आज 10वा दिन हैं। जिसमें से 9 दिनों तक गिरफ्तारी हों रहीं हैं।

     न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड कानून बनाने के लिए  राजस्थान के दूदू से 2010 में आन्दोलन शुरू हुआ।जो आज भारत देश की मांग बन गई। राजस्थान के किसानों ने 28 नवम्बर 2020 को जंतर-मंतर के लिए रवाना हुए तो शाहजहांपुर बोर्डर पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों को रोक लिया जिसके उपरांत सर्विस रोड पर ही किसानों ने डेरा डाल दिया। किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने नेतृत्व में 5 जुलाई 2021 को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू किया, जो एक दिवसीय चला एवं प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।

     उसके उपरांत 6 जुलाई को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू करनें लगें तो दिल्ली पुलिस द्वारा लगातार 8 दिनों से गिरफ्तार किया जा कर संसद थाना में बिठाया जाता रहा है। उसके उपरांत भी सत्याग्रह शुरू किया जो आज तक निरन्तर जारी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड कानून बनाने तथा तीनों नये कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाया जाने तक हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा।

     गिरफ़्तारी देकर सत्याग्रह मे शामिल होने वालों मेँ मुसुद्दीलाल यादव प्रदेश अध्यक्ष, चेतना नन्द स्वामी, बत्तीलाल बैरवा प्रदेश मंत्री, नरेंद्र चौपड़ा जयपुर कोषाध्यक्ष, रामेश्वर प्रसाद चौधरी प्रदेशाध्यक्ष युवा किसान महापंचायत, हनुमान बिजारणियां, हरजीराम घटाला संयोजक दूदू, श्योदान गुर्जर, जवाहरलाल कान्तिकारी।