मोदी सरकार की केंद्रीय मंत्रीपरिषद् में कायस्थों को स्थान नहीं

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केंद्रीय मंत्रीपरिषद् में कायस्थों को स्थान नहीं, चेतिये और लड़ीये नहीं तो मिट जाइएगा ...

     पूर्वांचल ! मोदी सरकार को सामाजिक, सांस्कृतिक और देशहित विचारधारा वाले कायस्थ जाति के लोग नहीं दिखते जो निरंतर साथ लगे रहते हैं. पूर्वांचल के जाने-माने प्रमुख समाजसेवी एवं सांस्कृतिककर्मी और ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय सलाहकार, कला एवं संस्कृति के अरविंद चित्रांश ने देश के प्रभावी कायस्थों को जोड़ते हुए वर्चुअल मीटिंग में कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन की बातों से भारत के सभी कायस्थों को एक मत होना ही होगा और देश के सभी संस्थान जैसे जय चित्रांश, चित्रांश महासभा, कायस्थ महासभा सभी लोगों को एकजुट होकर एक आवाज में आंदोलन करना होगा. नहीं तो हमारी आवाज और हमारे दर्द को कोई दल, कोई पार्टी नहीं सुनेगा.

     ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने व्यक्तिगत रूप से कहा कि जिस कायस्थ जाति ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण, नेताजी सुभाषचंद्र बोस, पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जैसे कई क्रांतिकारी महान विभूतियों को दिया, तो वहीं पर आज उपेक्षित करते हुए चित्रांशो को शानदार इनाम दिया जाता है. जाति, धर्म, संप्रदाय की भूमिका बेहद अहम हैं. इसका समाधान ढूंढना ही होगा.