अणुव्रत चेतना दिवस मनाया गया, छोटा सा व्रत लेने वाला व्यक्ति महान बन जाता है - मुनी संजय कुमार

News from - पप्पू लाल कीर / हिमांशु सोनी

श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा कांकरोली

     कांकरोली। महा तपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री संजय कुमार के सानिध्य में अनुव्रत चेतना दिवस मनाया गया। प्रारंभ में मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा जैसे मकान के ऊपर छत होती है, वैसे जीवन में व्रत होता है. जैसे मकान की छत सुरक्षा करती है, वैसे व्रत से जीवन में सुरक्षा आती है। आचार्य तुलसी ने अनुरोध के माध्यम से तेरापंथ धर्म संघ को सात समुंदर पार पहुंचाया। उन्होंने पदयात्रा की, गरीब की झोपड़ी से लेकर राष्ट्रपति भवन तक ले गए और अनुमति बनने के लिए वह कहते थे कोई जैन बने या ना बने गुडमैन बने. अनुव्रत आचार संहिता, एक मानव जीवन की आचार संगीता है।

     मुनि श्री प्रकाश कुमार  ने कहा छोटा सा नियम लेकर व्यक्ति अपने आप को सुरक्षित रख सकता है। आज अपेक्षा है हम अणुव्रत को समझ कर जीवन में उतारें। मुनि श्री संजय कुमार ने भगवान महावीर की अध्यात्म यात्रा की चर्चा करते हुए कहा - भगवान महावीर का जीवन एक तरफ और 23 चेतन करो का जीवन एक तरफ. भगवान महावीर ने अपने पूर्व जन्म में अनेक तरह के कष्टों को सहन किया। बड़ी-बड़ी तपस्या की, उस के माध्यम से उन्होंने तीर्थंकर गोत्र कर्म का वंदन किया। अपेक्षा है हम महावीर के जीवन को समझ कर अपने आप को अनुरोध की दिशा में आगे बढ़ाएं।

     इस अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल ने अणुव्रत गीत का मधुर संज्ञान किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ वीरेंद्र महात्मा अध्यक्ष अणुव्रत समिति राजसमंद का तेरापंथ सभा के अध्यक्ष प्रकाश सोनी एवम् सूरज जैन ने साहित्य के माध्यम से सम्मान किया। तेरापंथ युवक परिषद कांकरोली ने मुनि श्री संजय कुमार का अनुव्रत के संदर्भ में गीत का मधुर संगान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन उपस्थित थे. अनेक लोगों ने त्याग पचकान किए. कार्यक्रम के अंत में तेरापंथ सभा के मंत्री हिम्मत लाल कोठारी ने महत्वपूर्ण सूचनाएं दी। बाहर से पधारे श्रद्धालु जन का तेरापंथ महिला मंडल एवम् तेरापंथ किशोर मंडल कांकरोली आदि ने सराहनीय सहयोग प्रदान किया।