नहीं रूक रहा है स्कूली छात्राओं से छेड़-छाड़ के मामले

 News from - Abhishek Jain Bittu

     सेंट जेवियर्स स्कूल की पूर्व छात्रा के साथ एक और छेड़छाड़ डीसीपी साउथ में मामला दर्ज

     संघ ने छेड़छाड़ मामले पर " महिला, बाल एवं मानवाधिकार आयोग सहित संयुक्त निदेशक व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल और शिक्षक पर कार्यवाही की मांग की " 

     जयपुर। महिला सुरक्षा को लेकर आये दिन बहसबाजी, बयानबाजी देखने को मिलती है किंतु उसके बावजूद महिलाओ और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर कोई गम्भीरता नजर नही आती है। एक के बाद एक घटनाएं सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती आ रही है और जब मामला स्कूलो का हो तो देश का भविष्य भी खतरे में नजर आने लगता है। राजधानी जयपुर सहित जोधपुर, जालोर, सीकर, झुंझनु, चुरू आदि जिलों शिक्षकों के दुर्व्यवहार ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए है। संयुक्त अभिभावक संघ का आरोप है कि " पहले प्रदेश के गांवों, मोहल्लों, शहरों, सड़को पर महिलाओ और बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आती थी किन्तु अब प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में भी इन तरफ की घटनाएं देश और समाज को शर्मशार कर रही है। " रविवार को राजधानी जयपुर शहर के सी-स्किम स्थित एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल सेंट जेवियर्स स्कूल का एक और मामला सामने आया, इस मामले में भी पूर्व मामले की तरह पूर्व छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है जिसमे आरोपी शिक्षक मेलविन कैस्टेलिनो के खिलाफ पीड़ित पूर्व छात्रा ने डीसीपी साउथ में मामला दर्ज करवाया है।

*मनचले शिक्षक अपनी हरकतों से बाज आये, अंजाम बुरा होगा - संयुक्त अभिभावक संघ*

     संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने सेंट जेवियर्स स्कूल का एक और मामला सामने आने पर सख्त टिप्पणी करते हुए मनचले शिक्षकों को बाज आने की नसीहत देते हुए चेतावनी दी है अगर बाज नही आये तो अंजाम बुरा होगा, जिसे भुगतने के लिए तैयार रहे है। बच्चियों, छात्राओं के साथ इस तरह की घटनाएं बर्दास्त नही की जाएगी। शासन और प्रशासन भले ही अपनी जिम्मेदारी भूल जाये, किन्तु अभिभावक अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाना जानता है। 

     संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में लगातार बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही है जो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था सहित पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रही है। प्रदेशभर के स्कूलो में हो रही शिक्षकों द्वारा दुर्व्यवहार की घटनाओं पर लगातार शिकायते दर्ज करवाने के बावजूद सख्त कदम ना राज्य सरकार उठा रही है ना प्रशासन उठा रहा है। केवल आरोपियों को जेल डालना ही न्याय नही है, जेल डालने के साथ भविष्य में दुबारा इस तरह की घटनाएं ना हो उसके लिए सख्त कानून की आवश्यकता है। सेंट जेवियर्स स्कूल में आये मामले को लेकर राज्य महिला आयोग, बाल आयोग, मानवाधिकार आयोग सहित संयुक्त निदेशक शिक्षा विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत लिखकर आरोपी शिक्षक मेलविन कैस्टेलिनो और शिक्षक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है। पूर्व छात्रा के साथ छेड़छाड़ का सेंट जेवियर्स स्कूल में यह लगातार दूसरा मामला है। इसके अतिरिक्त स्कूल के एक शिक्षक पर छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला भी सामने आया था। इस सबको को लेकर शिक्षकों के चरित्र की जांच बेहद जरूरी है जिसे सरकार और प्रशासन को करवानी चाहिए।