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जयपुर. आज मृदा बचाओ आंदोलन पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन दीपशिखा कॉलेज ऑफ टेक्नीकल एजूकेशन, मानसरोवर के ऑडिटोरियम में किया गया। इस सेमिनार का आयोजन ईशा फाउंडेशन वालंटियर्स द्वारा किया गया।
मृदा का संरक्षण आधुनिक युग की एक आवश्यकता है. मिट्टी बचाओ सद्गुरु द्वारा शुरू किया गया एक वैश्विक आंदोलन है. जो मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए दुनिया भर के लोगों को एक साथ लाकर मिट्टी के संकट को दूर करने के लिए है और सभी देशों को खेती योग्य मिट्टी में जैविक सामग्री को बढ़ाने की दिशा में राष्ट्रीय नीतियों और कार्यों को स्थापित करने के लिए समर्थन करता है।
इस सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानीय डॉ एच सी गनेशिया एवं अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ एच सी गनेशिया ने मृदा संरक्षण के बारे में उपस्थित श्रोताओं को अपने सबोधन द्वारा जागरूक किया।इस सेमिनार का आयोजन सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी किया गया. जिससे अनेक लोग इस आयोजन का लाभ उठा सके। इसके अतिरिक्त प्रत्यक्ष रूप से इस सेमिनार में लगभग तीन सौ से अधिक विद्यार्थियों एवं अध्यापक गणों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर अपने बनाये पोस्टर द्वारा मृदा संरक्षक का महत्व समझाया।
इस सेमिनार का आयोजन संस्थान की डॉ गार्गी सुराना , जो की गार्गी सुराना वेल्लेनेस हब की संस्थापक, मनोवाज्ञानिक सलाहकार एवं टेरो रीडर भी है , के सहयोग से किया गया। जो की ईशा फाउंडेशन से लंबे समय से जुडी हुई है।
सम्मानीय डॉ एच सी गनेशिया ने इस सेमिनार को मृदा संरक्षण के लिए देश के हित में एक सराहनीय कदम बताया। संस्थान के चेयरमैन प्रेम सुराना ने बताया की इस सेमिनार के द्वारा लोगो को मृदा संरक्षण के बारे में उपयोगी जानकारी प्राप्त हुई. जिससे वो इस बारे में जागरूक हुए।
संस्थान के वाईस चेयरमैन डॉ अंशु सुराना ने बताया की मृदा संरक्षण के लिए इस सेमिनार का आयोजन एक अत्यंत सराहनीय प्रयास है। यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्नोलॉजी के वाइस चांसलर डॉ. वी. एन. प्रधान ने कार्यक्रम के समापन पर इसे सफल बनाने के लिए सभी को धन्यवाद दिया एवं आश्वस्त किया कि भविष्य में भी संस्थान द्वारा इस प्रकार के प्रेरणास्पद कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा।