आजमगढ़। संगीत के क्षेत्र में राज्यपाल द्वारा सम्मानित, पूर्वांचल की सांस्कृतिक और साहित्यिक धरती आजमगढ़ की बेटी स्नेहील श्रीवास्तव अपने पिता वरिष्ठ पत्रकार स्व.डॉ.अनिल कुमार श्रीवास्तव एवम पूर्व प्रधानाचार्य राजकीय बालिका इंटर कॉलेज सुमन अस्थाना की पुत्री संगीत के क्षेत्र में अपनी विशेष उपलब्धियों के लिए जानी जाती है. लखनऊ आकाशवाणी में गायिका स्नेहिल श्रीवास्तव द्वारा गाया गीत की एक झलक -- ए माई केतना तोहार गुन गांई......
अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत के संयोजक अरविंद चित्रांश ने कहा कि टी सीरीज से भोजपुरी देवीगीत का अपना पहला कैसेट "कहवां माई का डेरवा" गाने वाली स्नेहिल श्रीवास्तव, आकाशवाणी एवम् दूरदर्शन में "फोक" एवम् "सुगम संगीत" की "बी हाई ग्रेड" आर्टिस्ट है. "ETV उत्तर प्रदेश" के "फोक जलवा" कार्यक्रम की सेमीफाइनल विजेता और लखनऊ महोत्सव , गंगा महोत्सव वाराणसी, अखिल भारतीय भोजपुरी महोत्सव लखनऊ, कजरी महोत्सव वाराणसी, आजमगढ़ महोत्सव इत्यादि में अपनी सफल प्रस्तुतियों से सम्मानित हो चुकी हैं. (स्नेहील श्रीवास्तव)
नेशनल लेवल पर आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सफल सहभागिता एवं विभिन्न बॉलीवुड अभिनेता, संगीत संयोजक एवम् लेखक जैसे दिलीप कुमार, अंजनी श्रीवास्तव, फाहरुख शेख़, जावेद ख़ान, जावेद अख़्तर, रॉनित रॉय एवं संतोष यादव इत्यादि के समक्ष प्रस्तुती, मुलाकात एवम् प्रोत्साहन प्राप्त है. प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद द्वारा संगीत प्रभाकर की उपाधि प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण। भातखंडे संगीत सम विश्वविद्यालय से "शास्त्रीय संगीत गायन" परास्नातक में विशेष योग्यता के साथ प्रथम स्थान में उत्तीर्ण स्नेहिल श्रीवास्तव इंटर कॉलेज में संगीत शिक्षिका का 4 वर्ष का अतिरिक्त शैक्षणिक अनुभव भी प्राप्त की है।