डा. राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय ज्ञान दिवस के रूप मे भारत सरकार को घोषणा करनी चाहिए - अरविंद चित्रांश

 देश के स्वतन्त्रता मे अग्रणी भूमिका निभाने में तीन मूर्ति थे, इसमे पं जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस, सरदार पटेल के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस तो फिर प्रथम राष्ट्रपति एवं संविधान सभा के अध्यक्ष डा. राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय ज्ञान दिवस के रूप मे भारत सरकार को घोषणा करनी चाहिए - अरविंद चित्रांश 

     आजमगढ़ . प्रथम राष्ट्रपति, संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ.राजेंद्र प्रसाद और दानवीर काली प्रसाद कुलभास्कर ( वकील जी) का जन्म दिवस समारोह एवं शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस पर अखिल भारतीय चित्रांश महासभा आजमगढ (उ.प्र.) के तत्वावधान में एलवल चाइल्ड केयर नर्सरी स्कूल के प्रबंधक अजीत प्रसाद वर्मा के आवास पर बच्चों द्वारा मनोहारी प्रस्तुति में गीतिका सिन्हा, अप्सरा द्वारा इन महान विभूतियों पर इंग्लिश और हिंदी में भाषण, राष्ट्रगीत एवं भगवान श्री चित्रगुप्त जी महाराज की स्तुति के साथ बच्चों में मिष्ठान वितरण करते हुए समारोह पूर्वक मनाया गया। 

 
      जिसके मुख्यअतिथ बाल व्यास पं•कौशल किशोर महाराज, अध्यक्षता सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, व्यवस्था महामंत्री जगदंबा प्रसाद श्रीवास्तव और संचालन अरविंद चित्रांश ने किया और राय अनूप कुमार श्रीवास्तव मुख्य वक्ता रहे। जन्म दिवस समारोह में प्रमुख वक्ता के रूप में सम्मानित विशिष्ट अतिथि संस्था के संरक्षक डा निरकांर प्रसाद श्रीवास्तव, संरक्षक अजय कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट, विजय प्रकाश श्रीवास्तव, अजय कुमार श्रीवास्तव, अजीत प्रसाद वर्मा, प्रधानाचार्य डॉ मीरा बर्मा, उपप्रधानाचार्य नूतन श्रीवास्तव, शिक्षिका मधु श्रीवास्तव, सवी श्रीवास्तव, अंशु सिंह, किरण साहू, रूपा अग्रवाल आदि उपस्थित रहे। 

     विशेष सहयोगी शीतल प्रसाद श्रीवास्तव, विजय प्रकाश अस्थाना, संजय कुमार पांडेय, ज्योति श्रीवास्तवा, अनुभव सिन्हा आदि द्वारा बताया गया कि यह जयन्ती 138 वीं है तथा आज का दिन अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। प्रमुख समाजसेवी एवं अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी संगम भारत के संयोजक अरविंद चित्रांश द्वारा आज इस मंच से सरकार से मांग करते हुए कहा गया कि संविधान सभा के अध्यक्ष, देश रत्न, भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय दिवस क्यो नही किया जाता है ? 

     जब कि देश के स्वतन्त्रता मे अग्रणी भूमिका निभाने मे तीन मूर्ति थी. इसमे से पं जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस एवं सरदार पटेल के जन्मदिवस को राष्ट्रीय एकता दिवस तो फिर डा राजेन्द्र प्रसाद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय ज्ञान दिवस के रूप मे भारत सरकार को घोषणा करनी चाहिए। यह एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपने देश मे पूरी शिक्षा प्राप्त कर सम्पूर्ण विश्व को अपना लोहा मनवाये है। 

     चित्रांश द्वारा बच्चो को यह भी बताया गया कि पूर्व राष्ट्रपति ऐसे परीक्षार्थी थे जिनके परिक्षा कापी पर टीचर द्वारा लिखा गया कि परीक्षार्थी परीक्षक से अच्छा है । आप द्वारा कहा गया कि देश मे अगली क्रान्ति ज्ञान की क्रान्ति हो रही है, जो डां राजेन्द्र प्रसाद पूर्व राष्ट्रपति के नाम 03 दिसम्बर 2023 के पूर्व भारत सरकार राष्ट्रीय ज्ञान दिवस के नाम घोषणा करने की कृपा करे। 

     पूर्वांचल अध्यक्ष भानुप्रताप श्रीवास्तव अध्यक्ष पूर्वी प्रांत द्वारा मोबाइल पर 20कम्बल दिये जाने की बात बताई गयी। उपस्थित गण मान्य प्रणीत श्रीवास्तव "हनी",  नागेंद्र लाल श्रीवास्तव, समाजसेवी अमित सिन्हा, मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे। अंत में अखिल भारतीय चित्रांश महासभा आजमगढ़ के अध्यक्ष सुभाष चंद्र श्रीवास्तव और महामंत्री जगदंबा प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।