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जयपुर। आज यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी और भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी वाटिका केंपस में एक दिवसीय वेबीनार बौद्धिक संपदा अधिकार पर आयोजन हुआ। जिसमें 1200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाई।
वेबीनार में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. वी एन प्रधान ने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी का परिचय दिया एवं स्वागत करते हुए कहा कि जो भी विद्यार्थी दिन-प्रतिदिन शोध कर के नए आयाम तैयार करते हैं, उनका सर्वप्रथम पेटेंट रजिस्टर्ड करवाना चाहिए, क्योंकि कई देश भारत के नए अविष्कारों का अपने देश के नाम से पेटेंट करा लेते हैं और जिस व्यक्ति व देश का पेटेंट मिल जाता है सारे वैधानिक अधिकार उसी के साथ हो जाते हैं।
वेबीनार को संबोधित करते हुए डॉ रोहित सारस्वत, डीन रिसर्च ने ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में संबोधित करते हुए प्रतिभागियों को आई पी आर के बारे में विस्तार से बताया एवं समझाया, जिसको की हजारों प्रतिभागियों ने ऑनलाइन सुना।
डॉ. शाहिदा उमर, पेटेंट परीक्षक, पेटेंट डिजाइन एवं ट्रेडमार्क महानियंत्रक वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने विस्तार से आईपीआर के सभी आयामों पर प्रकाश डाला, जिससे कि दैनिक दिनचर्या में शोध और विकास की गतिविधि का पेटेंट एव अन्य बोद्धिक सम्पदा जैसे कॉपीराईट, ट्रेडमार्क आदि को कैसे और कहां रजिस्टर करा सकेंगे इसके बारे में विस्तार से बताया।
रजिस्ट्रार डॉ. अनूप शर्मा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया एवं परीक्षा नियंत्रक कमल किशोर जांगिड़ ने सभी प्रतिभागियों का ऑनलाइन वेबीनार में सम्मिलित होने के लिए धन्यवाद दिया। वेबीनार को संबोधित करते हुए यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चेयरमैन प्रेम सुराणा ने कहा कि मैं यूनिवर्सिटी की टीम द्वारा इतने बड़े बड़े आयोजन करने पर धन्यवाद् देता हूँ।
डॉ. अंशु सुराणा वॉइस चेयरमैन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी ने सभी प्रतिभागियों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वचन दोहराया। वेबीनार का संचालन राहुल विजय ने किया।