दिल्ली हिंसा की जांच के लिए दो एसआईटी का गठन - जल्द सामने आएगा दंगों का सच

     दिल्ली हिंसा के मामलों की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अंतर्गत दो एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें एक का नेतृत्व डिप्टी पुलिस कमिश्नर जॉय टिर्की करेंगे और दूसरी टीम डीसीपी राजेश देव के अंतर्गत काम करेगी।



  • दिल्ली हिंसा की जांच के लिए दो एसआईटी का गठन

  • सभी एफआईआर और मामले क्राइम ब्रांच की एसआईटी को ट्रांसफर

  • डीसीपी जॉय टिर्की और डीसीपी राजेश देव करेंगे एसआईटी का नेतृत्व

  • एडिशनल पुलिस कमिश्नर बीके सिंह दोनों एसआईटी का देखेंगे काम



     उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। हिंसा की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के तहत दो एसआईटी का गठन किया गया है। हिंसा से जुड़ी सभी एफआईआर और मामले क्राइम ब्रांच की एसआईटी को ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने हिंसा फैलाने के आरोपी आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की खजूरी खास स्थित फैक्ट्री सील की।



दिल्ली हिंसा के सभी मामले की जांच करेगी SIT - दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी है और मामलों की जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने अब तक 48 प्राथमिकी दर्ज की हैं। टीमों का नेतृत्व दो पुलिस उपायुक्त जॉय टिर्की और राजेश देव करेंगे। इन टीमों में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के चार अधिकारी भी होंगे और जांच की निगरानी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त बीके सिंह करेंगे।


हिंसा में पुलिस ने दर्ज की हैं अब तक 48 एफआईआर - उत्तर-पूर्वी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोधियों और समर्थकों के बीच झड़प के बाद भड़की हिंसा के पांचवें दिन मृतकों की संख्या बढ़कर 36 हो गई। गुरु तेगबहादुर अस्पताल ने 33 और लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल ने 3 मौतों की पुष्टि की है। गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उन्होंने बताया कि हिंसा में कमी आई है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गंभीर रूप से घायल लोगों को दो-दो लाख का मुआवजा दिया जाएगा।