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देश की नई शिक्षा नीति पर शिक्षाविदों ने साझा किए विचार
नवाचार और कौशल विकास पर रहा फोकस
जयपुर। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, वाटिका, जयपुर में 30 अप्रैल 2025 को “'NEP 2020: अवसर और चुनौतियाँ'” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी (नेशनल सेमिनार) का आयोजन किया गया। सेमिनार में देश के ख्यातिप्राप्त शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विविध आयामों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर प्रो. जनक सिंह मीना (सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी, गुजरात), प्रो. सुभाष चंद्र (एम.डी.एस. यूनिवर्सिटी, अजमेर) और डॉ. आर. डी. चौधरी (यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, जयपुर) ने नीति के क्रियान्वयन, बहुभाषिक शिक्षा, मूल्यपरक शिक्षा, और समावेशिता जैसे बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श किया।
🗣️ कुलपति डॉ. प्रभात कुमार शर्मा का संबोधन - "राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 देश की शिक्षा व्यवस्था को एक नया दृष्टिकोण देती है जिसमें नवाचार, बहुभाषिकता, कौशल विकास और समावेशिता जैसे महत्वपूर्ण तत्व शामिल हैं। यह संगोष्ठी शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए एक साझा मंच है, जहाँ नीति के व्यवहारिक पहलुओं पर गंभीर चर्चा संभव हो सकी।"
🗣️ प्रो चेयरपर्सन डॉ. अंशु सुराना का संदेश - "मुझे विश्वास है कि इस तरह के शैक्षणिक आयोजनों से शिक्षा की गुणवत्ता और दिशा दोनों सशक्त होंगी। यह संगोष्ठी न केवल विचारों का आदान-प्रदान है, बल्कि शैक्षणिक नवाचार को नई ऊर्जा देने वाली पहल भी है। आयोजन टीम को मेरी ओर से हार्दिक बधाई।"
🗣️ प्रो-वाइस चांसलर डॉ. अंकित गांधी का विचार "NEP 2020 शिक्षण प्रणाली को वैश्विक मानकों से जोड़ने की दिशा में एक ठोस कदम है। आज की संगोष्ठी ने छात्रों और शिक्षकों दोनों को नीति के व्यावहारिक पहलुओं से परिचित कराने का अवसर दिया, जो दीर्घकालिक लाभकारी सिद्ध होगा।"
सेमिनार का संचालन डॉ. सुनील कुमार पांडे (डीन, स्कूल ऑफ बेसिक एंड एप्लाइड साइंस) ने किया तथा डॉ. रोहित सारस्वत (डीन, रिसर्च) ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर कुलपति, उपकुलपति, सभी अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।