Corona Virus
छावला स्थित आइटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) के कैंप में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखे 112 व्यक्तियों में से अधिकांश को शुक्रवार को घर रवाना कर दिया गया। शेष लोग अपनी सुविधा से शनिवार को रवाना होंगे। सभी को गुलाब का फूल और सर्टिफिकेट दिया गया। इन लोगों को 27 फरवरी को चीन से लाया गया था। इससे पूर्व भी 406 लोगों को यहां 14 दिनों तक रखने के बाद रिपोर्ट नेगेटिव आने पर घर रवाना किया गया था।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आइटीबीपी के जवानों के हौसले को सराहना की। कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने व लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में पारिवारिक माहौल देने के लिए प्रत्येक भारतीय उनका आभार प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि अभी क्वारेंटाइन सेंटर में मौजूद 112 लोगों में 36 विदेशी नागरिक हैं, जिनमें चीन से छह, बांग्लादेश से 23, म्यांमार से दो, मालदीव से दो, संयुक्त राज्य अमेरिका से एक, दक्षिण अफ्रीका से एक व मेडागास्कर द्वीप से एक नागरिक शामिल हैं। चिकित्सकों ने बताया कि यहां से जाने वाले लोगों के घर पर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच करती रहेगी।
कभी लगा ही नहीं कैंप में हम क्वारेंटाइन हैं - लखनऊ निवासी अभिषेक ने बताया कि चीन में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी के बाद रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल हो गई थी। यहां आइटीबीपी के कैंप में कभी महसूस नहीं हुआ कि हमें क्वारेंटाइन किया गया है। जवानों के व्यवहार इतना अच्छा था कि कभी अकेलापन नहीं लगा। बेटी के मन से वायरस का डर भी निकल गया है।
उन्होंने बताया कि चीन में उनके आसपास 24 लोग इस वायरस से संक्रमित थे। शुरुआत में डिपार्टमेंटल स्टोर सप्ताह में एक-दो बार खुलते थे। लोग वहां से जरूरत की चीजें खरीद लेते थे, लेकिन बाद में सब बंद कर दिया गया। आलम यह था कि एक व्यक्ति के एक समय के भोजन को पूरा परिवार दिनभर में खाता था।
38 तक तक घर में बंद रहे - अभिषेक ने बताया कि वे 38 दिनों तक घर में बंद रहे थे। खिड़की से देखते थे तो सड़क पर सन्नाटा पसरा रहता था। सड़कों पर सिर्फ मरीजों को ले जाती एंबुलेंस दौड़ती दिखती थीं। आठ साल की बेटी तान्या पूछती रहती थी कि हम घर में बंद क्यों है। वह तरह-तरह की चीजें खाने की मांग करती थी। मजबूरन तरह-तरह की कहानियों से उसका मन बहलाना पड़ता था।
इटली से लाए गए लोगों के सैंपल लिए गए - guरुग्राम के मानेसर स्थित सेना के आइसोलेशन सेंटर में इटली से लाए गए सभी 83 लोगों के शुक्रवार को सैंपल लिए गए हैं। सिविल सर्जन डॉ. जसवंत ¨सह पूनिया ने बताया कि सभी मरीज स्वस्थ हैं लेकिन एहतियातन सैंपल लेकर जांच की जा रही है। इनमें 77 भारतीय हैं और पांच इटली के निवासी हैं। एक अमेरिका का नागरिक है।