डोनाल्ड ट्रंप फिर लाए कोरोना का 'तोड़' - अब दो नई मेडिसिन को दी मंजूरी

     दुनियाभर में शनिवार को नोवेल कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 12 हजार पार कर जाने से चिंताएं बढ़ गई हैं। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोविड19 के मरीजों के लिए इलाज के लिए दो दवाइयों की घोषणा की है। उन्होंने हाइड्रोक्जिक्लोरोक्वीन और एजिथ्रोमाइसिन नाम की दो दवाई पेश की है । ट्रंप का दावा है कि दोनोंं दवाई मेडिसिन के क्षेत्र में गेम चेंजर साबित होंगी। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही ट्रंप प्रशासन ने क्लोरोक्वीन नाम की ऐंटी-मलेरिया मेडिसिन को मंजूरी दी थी। ट्रंप मेडिसिन पेश कर रहे हैं तो दक्षिण कोरिया 10 मिनट में कोरोना की पहचान करने वाला किट दुनियाभर में पहुंचाने जा रहा है।




   ट्रंप ने ट्वीट किया, 'हाइड्रोक्जिक्लोरोक्वीन और एजिथ्रोमाइसिन साथ में लिया जाए, इनके पास मेडिसिन के इतिहास में सबसे बड़ा गेम चेंजर बनने का मौका है। एफडीए ने ऊंचाइयों को छुआ है- आपका आभार।' उन्होंने कहा कि दोनों दवाई साथ में अच्छा असर दिखाती है। राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे लिखा, 'उम्मीद है दोनों को तत्काल इस्तेमाल में लाया जाएगा। लोग मर रहे हैं, जल्दी आगे बढ़ें। भगवान सभी रक्षा करें।'


   राष्ट्रपति ट्रंप ने दो दिन पहले क्लोरोक्वीन को मंजूरी दी थी और कहा था कि अमेरिका का एफडीए डिपार्टमेंट इसपर तेजी से काम कर रहा है। अगर क्लोरोक्वीन की बात करें तो यह कुनैन का कृत्रिम रूप हैं जिसका इस्तेमाल 1940 के दशक में मलेरिया के रोगियों में किया जाता था। फिलहाल क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल चीन और फ्रांस में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों में किया गया है। रिसचर्स ऐसा दावा कर रहे हैं कि उसके परिणाम अच्छे आए हैं। जबकि वैज्ञानिकों का मानना है इसपर अभी टेस्ट नहीं किया गया है।


   उधर, ट्रंप के नए दावे के बीच स्टैनफोर्ड में कोरोना वायरस के खिलाफ अपने डॉक्टरों की टीम के साथ काम कर रहे कूल क्वीट के संस्थापक यूजेने जीयू ने प्रतिक्रिया दी है कि राष्ट्रपति लोगोंं को झूठी उम्मीद दे रहे हैं। उन्होंने लिखा, 'दोनों दवाई मिलकर कोरोना का इलाज कर सकती है यह साबित नहीं हो पाया है। लोगों के सामने यह दावा करना कि यह चमत्कारिक दवाई है, उन्हें झूठी उम्मीद देना है।'
 
   अमेरिका कोरोना संक्रमित छठा देश बन गया है। यहां संक्रमित लोगों की संख्या 20 हजार के करीब है और 265 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में यहां 191 नए मामले आए हैं और 13 लोगों की मौत हुई है। संक्रमण का केस सामने आने के बाद से ही अमेरिका कोरोना का तोड़ ढूंढने में लगा हुआ है।