बीते चार दिनों से समूचा देश लॉकडाउन में है और पूरे देश का फोकस इसी बात पर है कि कैसे भी घातक कोविड- 19 वायरस को फैलने से रोक दिया जाए। बहरहाल लॉकडाउन की इस स्थिति में हवा में भी अभूतपूर्व बदलाव आया है। वजह साफ है क्योंकि लॉकडाउन के दौरान न तो सड़क पर ट्रैफिक है, न ही निर्माण के काम हो रहे हैं और न ही कोई औद्योगित गतिविध। शनिवार को भारत में हवा की गुणवत्ता बेहद शानदार स्तर पर दर्ज की गई। अगर पिछले एक दशक में नहीं तो भी बीते कई सालों में यह सबसे शानदार है।
35 शहरों में हवा की गुणवत्ता 'गुड' - केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की मानें तो शनिवार के दिन 101 में 35 शहरों में हवा का औसत स्तर 'गुड' कैटिगरी पर था। विशेषज्ञ भारत की इस स्थिति को 'अभूतपूर्व' और 'अविश्वसनीय' करार दे रहे हैं। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। खासतौर से साल 2014 से जब से नैशनल एयर क्वॉलिटी इंडेक्स को लॉन्च किया गया था।
लॉकडाउन के चलते सुधरी है हवा की सेहत - भारतीय शहरों में हवा की गुणवत्ता का स्तर अच्छा होते चले जाने के पीछे वजह साफ है कि बीते चार दिनों से देश भर में लॉक डाउन है। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया ने पिछले 14 दिनों में 8 बड़े शहरों के AQI डाटा का अध्ययन किया है और पाया कि पिछले रविवार से यानी जनता कर्फ्यू के दिन से ही प्रदूषण के स्तर में आया यह बदलाव हैरानी भरा है।