कोराना वायरस: ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए रवाना हुआ IAF का विमान

     कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत ने चिकित्सकों के एक विशेष दल के साथ सोमवार (9 मार्च) को एक सैन्य परिवहन विमान रवाना कर दिया। भारतीय वायु सेना के अनुसार उसके सी-17 ग्लोब मास्टर सैन्य विमान ने ईरान के लिए हिंडन एयरबेस से रात आठ बजकर तीस मिनट पर उड़ान भरी।



     ईरान में करीब दो हजार भारतीय रह रहे हैं जहां पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। तीन दिन पहले महान एयरलाइन का एक विमान 300 भारतीयों के स्वाब का नूमना ईरान से लेकर भारत आया था। भारतीय वायु सेना ने ट्वीट किया, “ईरान से भारतीयों को हवाई मार्ग से वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना के एक सी-17 ग्लोबमास्टर विमान ने आज रात साढ़े आठ बजे उड़ान भरी। विमान में विशेषज्ञ चिकित्सकों का एक दल मौजूद है। भारतीय नागरिकों को हवाई मार्ग से हिंडन लाया जाएगा जहां चिकित्सा सुविधाओं के साथ पृथक वार्ड स्थापित किया गया है।” 


   वायु सेना ने एक अन्य ट्वीट किया, “सी-17 विमान कल (10 मार्च) सुबह तड़के भारत वापस लौट आएगा। भारतीय वायु सेना यह सुनिश्चित कर रही है कि ईरान से भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए आवश्यक चिकित्सकीय और अन्य सुविधाएं मौजूद रहें।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ईरान में रहने वाले भारतीयों की कोरोना वायरस की जांच के लिए एक प्रयोगशाला स्थापित करने वाला था। बहरहाल, साजो सामान के मुद्दों के कारण इस योजना को रद्द कर दिया गया।


अमेरिका, फ्रांस और स्पेन से आने वाले यात्रियों को हवाईअड्डों पर अलग किया जाएगा


   वहीं दूसरी ओर, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अनुसार अमेरिका, फ्रांस और स्पेन के यात्रियों को भी हवाईअड्डों पर कन्वेयर बेल्ट क्षेत्र तक दूसरे यात्रियों से अलग रखा जाएगा। इससे पहले चीन, दक्षिण कोरिया, जापान, इटली, ईरान, सिंगापुर, थाइलैंड, मलेशिया, हांगकांग, वियतनाम, नेपाल और इंडोनेशिया से आने वाले यात्रियों को हवाईअड्डों पर दूसरे मुसाफिरों से अलग किया जा रहा है। अब तीन देशों के शामिल होने के बाद इन देशों की संख्या 15 हो गई है।


   सरकार कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अनेक कदम उठा रही है जिनमें यात्रियों की स्क्रीनिंग आदि शामिल है। दुनियाभर में एक लाख से अधिक लोग कोविड-19 के संक्रमण से ग्रस्त पाये गये हैं। भारत में कम से कम 43 लोगों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। एएआई प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका, फ्रांस और स्पेन से आने वाले यात्रियों को अलग किया जाएगा।