कोरोना वायरस का खौफ, 'दोस्त मोदी' को याद कर रहे ब्रिटेन और इजरायल

     कोरोना वायरस को लेकर दुनिया के अधिकतर देश चिंतित हैं ऐसे में वे अपने सहयोगियों को याद कर रहे हैं। इस बीच इजरायल के पीएम नेतन्याहू और ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने पीएम मोदी से फोन पर बात की और सहयोग करने की बात प्रकट की है।



  • कोरोना के खौफ से अब दुनियाभर के देश अपने सहयोगियों की ओर देख रहे हैं

  • ब्रिटेन में 5 से 10 हजार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं

  • ऐसे में बोरिस जॉनसन ने पीएम मोदी से फोन पर बात की

  • इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने भी पीएम मोदी से फोन पर चर्चा की



     इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वैश्विक आर्थिक गतिविधियों और जरूरी सामानों की आपूर्ति को हुए नुकसान के बीच कहा कि उनका देश 'आपूर्ति' को लेकर कई देशों पर निर्भर है और उन्होंने PM नरेन्द्र मोदी से बात की है। इसके अलावा बेहतर तालमेल के उद्देश्य से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन  ने भी मोदी से बात की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री के आवास एवं कार्यालय, डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री(जॉनसन) ने आज प्रधानमंत्री मोदी से बात की। उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार पर चर्चा की और वायरस के प्रसार से निपटने के लिए जरूरी समन्वित अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के महत्व पर जोर दिया।’


    चीन के वुहान शहर में पिछले साल दिसंबर से फैलना शुरू हुआ कोरोना वायरस अबतक 4,200 लोगों की जान ले चुका है और 107 देशों तथा क्षेत्रों में 117,330 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन इसे महामारी घोषित कर चुका है। नेतन्याहू ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मैंने अपने मित्र भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की है। हम विभिन्न सामानों की आपूर्ति को लेकर कई देशों पर निर्भर हैं। हम हर समय इसपर नजर बनाए हुए हैं।' हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रेस विज्ञप्ति में यह स्पष्ट नहीं किया कि नेतन्याहू और मोदी के बीच किस विषय पर बातचीत हुई।

   इजरायल के प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस से उत्पन्न चुनौतियों के बीच आर्थिक गतिविधियों के संचालन के लिये 10 करोड़ एनआईएस (2.86 अरब डॉलर) के पैकेज की घोषणा की है। उन्होंने कहा, 'इजराइल की अर्थव्यवस्था कई अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। बेरोजगारी कम है, विकास दर ऊंची है।'' नेतन्याहू ने कहा, 'हालांकि, ''हमारे यहाँ एक बड़ी चुनौती है जिसे हम सभी महसूस कर रहे हैं और जिसे हम सभी जानते हैं। हमें लगता है कि हम इससे शांति के माध्यम से सफलतापूर्वक निपट सकते हैं।'

   भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, भारत और ब्रिटेन के नेताओं ने नए दशक में भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने की इच्छा जताई। पीएमओ ने बयान में कहा, ‘दोनों नेता इस बारे में सहमत हुए कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विस्तृत खाका तैयार करना उपयोगी होगा।’ प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन की स्वास्थ्य मंत्री एन. डोरिस के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर पर चिंता जताई और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर संतोष जताया।

   भारत ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने की कोशिश के तहत 15 अप्रैल तक ज्यादातर यात्रा वीजा रद्द कर दिए हैं। ब्रिटेन ने इसे नियंत्रण में रखने के चरण से आगे बढ़ते हुए इसके प्रसार को रोकने की तैयारियों करने की ओर कदम बढ़ाए हैं। इस अगले चरण का लक्ष्य गर्मियों के मौसम का इंतजार करना है। इसके लिए स्कूल एवं कॉलेज बंद रखने जैसे उपाय किये जा सकते हैं। डाउननिंग स्ट्रीट ने कहा कि दोनों नेताओं ने महामारी से निपटने के उपायों के अलावा व्यापार सहित सभी क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन सहयोग मजबूत करने के बारे में भी चर्चा की।