1993 में मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन को 30 जुलाई 2015 को फांसी पर लटकाया गया था। 21वीं सदी के भारत में मेमन चौथा अपराधी था, जिसे फांसी दी गई थी। इस फांसी के 4 साल 7 महीने और 19 दिन बाद आज सुबह 5.30 बजे देश में किसी दोषी को फांसी हुई। निर्भया दुष्कर्म केस के चारों दोषियों- मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर को दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा-ए-मौत दे दी गई। इसी के साथ भारत में साल 2000 से लेकर अब तक फांसी पर लटकने वालों की संख्या 8 हो गई।
14 अगस्त 2004: इस सदी की पहली फांसी धनंजय चटर्जी को हुई थी - धनंजय चटर्जी कोलकाता के एक अपार्टमेंट में सिक्युरिटी गार्ड था। उसी अपार्टमेंट में ही उसने नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करके उसकी हत्या कर दी थी। 5 मार्च 1990 को हुई इस वारदात के 14 साल बाद चटर्जी को फांसी दी गई थी। कोलकाता की अलीपुर जेल में 14 अगस्त 2004 को उसे फांसी पर लटकाया गया।
21 नवंबर 2012: आठ साल बाद दूसरी फांसी कसाब को - 26 नवंबर 2008 को मुंबई हमला हुआ था। इसमें 166 लोग मारे गए थे। सुरक्षाबलों ने हमला करने वाले सभी पाकिस्तानी आतंकियो को मार गिराया था। इस दौरान एक आतंकी को जिंदा भी पकड़ा गया और वो था- अजमल कसाब। मुंबई अटैक की बरसी के 4 साल होने से ठीक पहले कसाब को फांसी पर लटका दिया गया। पुणे की येरवड़ा जेल में उसे 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई।
9 फरवरी 2013: 50 दिनों के अंदर एक और आतंकी को फांसी दी गई - लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 5 आतंकियों ने 13 दिसंबर 2001 को संसद पर अटैक किया था। इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर सुरक्षाबल के जवान थे। 40 मिनट तक आतंकी गोलियां बरसाते रहे। सुरक्षाबलों ने सभी आतंकियों को मौके पर ही मार गिराया। जब इस हमले की जांच की तो इसके तार कश्मीर से जुड़े पाए गए। हमले के 2 दिन बाद ही दिल्ली पुलिस ने अफजल गुरू को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया। अफजल ही आतंकी हमले का मास्टरमाइंड पाया गया। 11 साल बाद 9 फरवरी 2013 को उसे फांसी दी गई।
30 जुलाई 2015: 22 साल पुराने मामले में याकूब मेमन को फांसी दी गई - याकूब मेमन ने 1993 मुंबई धमाकों के लिए दाऊद इब्राहिम की मदद की थी। उसने आतंकियों के लिए पाकिस्तान में ट्रेनिंग और हथियारों की खरीद के लिए पैसा मुहैया करवाया था। 5 अगस्त 1994 को दिल्ली रेलवे स्टेशन से उसे गिरफ्तार किया गया और 30 जुलाई 2015 को फांसी दी गई। यानी 21 साल बाद उसे फांसी दी गई।