भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने रविवार को दावा किया कि भारत में कोरोना वायरस से संबंधित रोजाना 10 हजार जांच करने की क्षमता है और आवश्यकता हुई तो इसमें इजाफा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह में हमने 5000 मामलों की जांच की है। और अब तक करीब-करीब 17,000 जांच हम कर चुके हैं। मगर, जरूरी यह है कि अंधाधुंध जांच नहीं हो। जांच तभी हो जब मरीज में इसके लक्षण हों। विदेश से लौटने वालों को आइसोलेशन में जाना चाहिए।
कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार (22 मार्च) को बिहार में पहली मौत सहित तीन लोगों की जान चली गई। इस वायरस से देश में अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 396 हो गई है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने यह जानकारी दी है। वहीं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सभी यात्री ट्रेनों, अंतरराज्यीय बस सेवाओं और मेट्रो को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया।
पटना स्थित अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) के अधीक्षक ने बताया कि 38 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से मौत हो गई है एवं वह गुर्दे की बीमारी से ग्रस्त था और कतर से आया था। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इसकी पृष्टि की जानी है। वहीं मुंबई में 63 वर्षीय एक मरीज और गुजरात के सूरत में 67 वर्षीय कोरोना वायरस से संक्रमित की रविवार को मौत हो गई।