सभापति वेंकैया का दिग्विजय की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाने की इजाजत से इनकार - कांग्रेस सांसदों ने नारेबाजी की

  • राज्यसभा वेंकैया  नायडू ने कांग्रेस सांसद से कहा-  अगर मुद्दा इतना अर्जेंट था तो आपने चेयर को पहले ही इसकी सूचना क्यों नहीं दी

  • बार-बार शांत रहने के लिए कहने पर भी जब कांग्रेस सांसद शांत नहीं हुए तो सभापति नायडू ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी

  • राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू ने कहा- सदन नियमों के हिसाब से चलेगा।



     राज्यसभा में भी मंगलवार को कांग्रेस सांसद ने दिग्विजय सिंह की बेंगलुरु में गिरफ्तारी को लेकर हंगाम हुआ। कांग्रेस सदस्य एमवी राजीव गौड़ा ने सिटिंग सदस्य की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाना चाहा। हालांकि सभापति वेंकैया नायडू ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी। नायडू ने कहा कि अगर यह मुद्दा इतना अर्जेंट था तो आपने चेयर को पहले ही इसकी सूचना क्यों नहीं दी। आपके पास ऐसा करने के लिए पूरा समय था। आप जिस मुद्दे को उठाना चाहते हैं वह पहले ही कई अखबारों मे आ चुका है। लेकिन इसके बाद भी आपने कोई नोटिस नहीं दिया। कांग्रेस सांसदों का शोरगुल बढ़ने के बाद सभापति नायडू ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।


   कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के बागी कांग्रेस विधायकों से मिलने बेंगलूरु गए हैं। बुधवार को उन्हें विधायकों से मिलने की इजाजत नहीं दी गई। इसके बाद वह रामदा होटल के बाहर धरना पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें वहां से हटने को कहा। जब वे इसके लिए तैयार नहीं हुए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस के सांसद इसी मुद्दे पर सदन में सवाल पूछना चाह रहे थे।  


कांग्रेस सदस्यों ने सदन के वेल में आकर नारेबाजी की - सभापति नायडू ने कहा कि आप इस मुद्दे को अभी उठाकर सदन के दूसरे सदस्यों को बोलने का मौका देने से रोक रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस सांसद अपनी सीटों पर खड़े हो गए और अपनी मांग जारी रखी। नायडू ने कहा कि सदन नियमों के हिसाब से ही चलेगा, सभी कांग्रेस सांसद अपनी सीटों पर जाकर बैठ जाएं। हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस सदस्य नहीं माने। वे सदन की वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। शोरगुल बढ़ने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2.00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।