सुकमा जिले में एक महिला सहित तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

      छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने एक महिला सहित तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन सभी ने 13 मार्च को आत्मसमर्पण कर दिया था। बता दें कि सीआरपीएफ और पुलिस द्वारा राज्य में नक्सलियों के खिलाफ एक अभियान चलाया जा रहा है। कई नक्सलियों ने पहले भी आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) शलभ सिन्हा ने कहा कि इस बार तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और कुछ के सिर पर नगद इनाम रखा है।



     आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने 'खोखली माओवादी विचारधारा' पर निराशा व्यक्त की है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सल में से एक ने कहा कि हमने नक्सल संगठन छोड़ने का फैसला किया है। क्योंकि, हम खोखले माओवादी विचारधारा से निराश थे। हम राज्य सरकार के आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित हैं।


   वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म करने के लिए पुलिस ने नई पहल की है। यहां दंतेवाडा में एसपी नक्सली के घर पहुंचे जहां उन्होंने उसके माता पिता और परिवार को बाकी सदस्यों से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने  परिजनों को सरकार की पुनर्वास नीति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नक्सली के माता पिता और पत्नी से कहा कि वह उसे सरेंडर करने के लिए मनाए। ताकि वह एक अच्छी जिंदगी जी सके। 


   जिले के कुआकोंडा क्षेत्र के ग्राम बडे गुडरा का निवासी नक्सली बुधरा सोढ़ी पर राज्य सरकार ने पांच लाख के इनाम की घोषणा की हुई है। इसी सिलसिले में एसपी अभिषेक पल्लव बुधरा के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे।  एसपी पल्लव ने गांव में बुधरा की पत्नी, बच्चों और माता-पिता समेत रिश्तेदारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नक्सली के परिजनों को सरकार की  पुनर्वास नीति के बारे में बताते हुए कहा कि बुधरा यदि सरेंडर करता है तो वह नई जिंदगी शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से लोग है जिन्होंने सरेंडर किया और आज एक बेहतर जिंदगी जी रहे हैं।