बांद्रा की घटना के बाद रेलवे ने कहा - फंसे हुए प्रवासियों के लिए कोई विशेष ट्रेन नहीं

     महाराष्ट्र के मुंबई में बांद्रा की घटना के मद्देनजर दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने स्पष्ट किया है कि रेलवे डिवीजन में फंसे प्रवासियों के लिए विशेष रेलगाड़ियों के संचालन का कोई प्रस्ताव नहीं है। यह रेल मंडल मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कनार्टक, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में सेवाएं देता है।



 
     एससीआर द्वारा यह स्पष्टीकरण उन अफवाहों के बाद आया है, जिसमें कहा जा रहा था कि कुछ खास जोन अपने परिचालन क्षेत्र में प्रवासी मजदूरों के लिए सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। एससीआर ने बुधवार को ट्विटर पर कहा, “स्पष्टीकरण : ट्रेन सेवाओं की मांग का आंकलन करने के लिए एससीआर की आंतरिक योजना से संबंधित संवाद को कुछ वगोर्ं में गलत तरीके से समझा जा रहा है। उन्हें लग रहा है कि प्रवासी श्रमिकों के लिए अलग ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।” “ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है और सभी यात्री ट्रेनें तीन मई तक रद्द की जाती हैं।”


   कोविड-19 के कारण बढ़े लॉकडाउन के बाद मंगलवार देर शाम एससीआर ने एक मीडिया विज्ञप्ति जारी की, जिसमें कहा गया कि सभी यात्री ट्रेनें 3 मई तक निलंबित रहेंगी। ऐसी रिपोर्ट आने के बाद कि प्रवासियों के लिए विशेष रेलगाड़ियों का संचालन किया जा रहा है, एससीआर ने कानून और व्यवस्था की स्थिति को रोकने के लिए तेजी से यह स्पष्टीकरण जारी किया। 


   मंगलवार को यह अफवाह उड़ी थी कि प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए विशेष गाड़ियों की व्यवस्था की जा रही है। इसके बाद मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में प्रवासियों की भीड़ जमा हो गई थी, जिसके बाद अन्य राज्यों में रेलवे ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।