पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से गंभीर हालत में थी लेकिन कोरोना के कारण भूखे रहने की नौबत आ गई है। वहां अब तक 2680 मामले सामने आए हैं, जिनमें 40 की मौत हो चुकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस महामारी के कारण तीन महीने में 2,500 अरब रुपये का नुकसान होने तथा 1.85 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने की आशंका है। यह संख्या वहां की आबादी का 10 फीसदी के करीब है।
पूर्ण लॉकडाउन की स्थिति में 2500 अरब रुपये का नुकसान - अधिकारियों ने इस बैठक में पाकिस्तान इंस्टिट्यूट ऑफ डिवेलपमेंट इकनॉमिक्स के शुरुआती शोध तथा विभिन्न सरकारी निकायों से प्राप्त आंकड़ों पर चर्चा की। योजना मंत्रालय ने आकलन के बाद पाया कि सीमित लॉकडाउन की स्थिति में अर्थव्यवस्था को 1,200 अरब रुपये का नुकसान हो सकता है। यदि कुछ छूट के साथ लॉकडाउन की स्थिति रही तो नुकसान बढ़कर 1,960 अरब रुपये तथा पूरी तरह से लॉकडाउन की स्थिति में 2,500 अरब रुपये तक पहुंच सकता है।