- कोरोना वायरस के खतरे के बीच उज्जैन में सामने आई लापरवाही
- बुजुर्ग महिला को सरकारी अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं मिला, प्राइवेट हॉस्पिटल रेफर
- निजी अस्पताल के ICU पर लगा था ताला, बर्बाद हुआ कीमती वक्त
- तड़पती रही महिला, अस्पताल के कर्मचारी तोड़ते रहे ICU का ताला
- माधवनगर अस्पताल के दो सीनियर डॉक्टर सस्पेंड
सरकारी अस्पताल ने लिया कोरोना वायरस का सैंपल - दानीगेट में रहने वाली एक 55 वर्षीय महिला को गुरुवार देर रात जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी और हाई ब्लड प्रेशयर था। हालत बिगड़ती देख डॉक्टर्स ने कोरोना वायरस टेस्ट के सैंपल्स लेकर यहां से उन्हें माधवनगर अस्पताल शिफ्ट कर दिया। माधवनगर में COVID-19 के मरीजों को भर्ती किया जाता है। फिर यहां से उसे RD गार्गी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। एंबुलेंस अस्पताल पहुंची तो ICU का ताला बंद था। इधर बुजुर्ग महिला तड़पती रही, उसे मदद ना मिल सकी। किसी तरह ताला तोड़ा गया जब जाकर उसे भर्ती किया गया। मगर तब तक देर हो चुकी थी। महिला बच नहीं सकी।