मजदूर नहीं सुन पाए मेरी आवाज और मालगाड़ी कुचल कर चली गई...चश्मदीद

     कोरोना वायरस के संकट के कारण देश में लॉकडाउन लागू है. इस बीच महाराष्ट्र के औरंगाबाद में बदनापुर-करमाड रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार सुबह एक मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत हो गई है और कई घायल हो गए. हादसे के चश्मदीद ने बताया कि ट्रेन के शोर में वह अपने साथियों को बचा नहीं पाया.



     लॉकडाउन के कारण कई मजदूर पैदल ही दूसरे राज्यों से अपने घरों की तरफ चल निकले हैं. औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आने वाले मजदूर भी ऐसे ही मजदूर थे, जो अपने घर की तरफ पैदल ही निकल पड़े थे, लेकिन रास्ते में ही 16 मजदूर रेल हादसे का शिकार हो गए. औरंगाबाद में हुए रेल हादसे के बारे में चश्मदीद ने बताया कि सभी मजदूर शाम से पैदल चल रहे थे. पैर दर्द करने लगा तो आराम करने लगे. जिनकी मौत हुई, उन लोगों से हम पीछे थे. वे लोग आगे थे और रेलवे लाइन पर बैठ गए, जहां उनको झपकी लग गई.


     औरंगाबाद रेल हादसे के चश्मदीद ने बताया कि झपकी लगने के थोड़ी देर बाद ट्रेन आ गई. हम लोगों ने सुना तो वहां से दौड़कर आए. रेलवे लाइन पर मौजूद मजदूरों को आवाज दी लेकिन वो लोग सुन नहीं पाए और ट्रेन फिर उन पर से निकल गई.