राष्ट्रवादी विकास पार्टी जन आंदोलन के लिए तैयार
राष्ट्रवादी विकास पार्टी के संयोजक डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख कर सूचित किया हे कि बेगूसराय में किस आदेश के तहत "डॉ. राजेंद्र प्रसाद सदर अस्पताल, बेगूसराय" का नाम बदल कर "सदर अस्पताल बेगूसराय " किया गया?
(फोटो - डॉ. राजेंद्र प्रसाद - प्रथम राष्ट्रपति, भारत सरकार)
डॉ. श्रीवास्तव ने ध्यान दिलाया कि बिहार सरकार और पटना उच्च न्यायालय के निर्देश पर तत्तकालीन जिला पदाधिकारी ने वर्ष 2000 में ही अस्पताल में देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा को लगवाया था. जिसे उप-चिकित्सा अधीक्षक ने किस आदेश के तहत नाम बदला? अगर नाम परिवर्तन का कार्य बिना किसी विलम्ब के नहीं किया गया तो "राष्ट्रवादी विकास पार्टी " जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए जन-आंदोलन करने के लिए विवश होगी. क्योंकि यह बिहार समाज की अस्मिता और सम्मान का विषय हे और इससे बिलकुल भी समझौता नहीं किया जायेगा.
गौरतलब है कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम के साथ केवल बिहार ही नहीं पूरे देश की भावनायें जुडी हुई हैं. भारतरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद हमारे देश के प्रथम राष्ट्रपति के साथ-साथ विख्यात वकील और संविधान निर्माता, समाज सेवी तो थे ही वो बिहार के साथ ही पूरे देश के लिए आदर्श भी थे. ऐसी महान विभूति का जन्म बिहार में हुआ ये बहुत गर्व की बात हे. ऐसे में कुछ असामाजिक तत्व उनके नाम को मिटने का दुस्साहस कर रहे हैं, ये बड़ी शर्म की बात है .
डॉ. श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि वर्तमान में कोरोना महामारी में बिहार की स्थिति अत्यंत नाजुक है. लोगों के पास रोजगार नहीं है. जो लोग वापिस अपने घर आये हैं उनकी चिंता होनी चाहिए कि उन्हें कैसे रोजगार दिया जाए. बहुत दुःख की बात है की ऐसे में आपकी सरकार देश के प्रथम राष्ट्रपति का नाम के अस्पताल का नाम बदलने की राजनीति कर रही हे. जिसका बिहार ही नहीं पूरा देश विरोध करेगा.