दूसरी तिमाही में भी घाटा - तेल ने बिगाड़ा सऊदी का खेल

     सऊदी अरब के वित्त मंत्रालय की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में सऊदी अरब को 29.12 अरब डॉलर का घाटा हुआ है क्योंकि तेल की गिरती क़ीमतों ने राजस्व को प्रभावित किया है. कोरोना वायरस की महामारी के कारण दुनिया भर में तेल की मांग कम हुई और इससे क़ीमतों में भारी गिरावट आई है. जिन देशों की अर्थव्यवस्था तेल पर निर्भर है वो बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं.


(फोटो - सऊदी के वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान)



     दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातक सऊदी अरब में दूसरी तिमाही में तेल की बिक्री से आने वाले राजस्व में 45 फ़ीसद की कमी देखी गई. ये आमदनी घटकर 25.5 अरब डॉलर हो गई जबकि कुल राजस्व में 49 फ़ीसद की कमी देखी गई जो कि घटकर 36 अरब डॉलर हो गई. दूसरी तिमाही में कुल ख़र्च 17 फ़ीसद कम हुआ जो कि घटकर 65 अरब डॉलर हो गया.


     दूसरी तरफ़ अबु धाबी सरकार ने फ़ैसला किया है कि वो संयुक्त अरब अमीरात के 1500 नागरिकों के मॉर्टगेज लोन को ख़त्म करने और 476 सेवानिवृत्त लोगों को मॉर्टगेज रक़म देने से छू ट देने के लिए 75 करोड़ 70 लाख डॉलर ख़र्च करेगी. अबु-धाबी की सरकार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.