उत्तर प्रदेश संवाददाता (राहुल वैश्य)
उत्तर प्रदेश उच्च न्यायलय में पीड़ित पक्ष की ओर से दाखिल की गई बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका गुरूवार को खारिज हो गई । इस याचिका में पीड़ित पक्ष ने गुहार लगाई थी कि परिवार को प्रशासन की अवैध निरुद्धि से मुक्त कराते हुए उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बहाल किया जाए। इस संबंध में माननीय उच्च न्यायलय ने कहा कि इस प्रकरण की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में भी चल रही है और सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ ने पीड़ित पारिवार की सुरक्षा के निर्देश दे रखे है. अतः इस मामले में दखल देने का अभी कोई औचित्य नहीं बनता। हांँ, याची उचित समझे तब अपनी याचिका सुप्रिम कोर्ट में भी दाखिल कर सकता है।
(File Photo - हाथरस प्रकरण में पीड़ित पक्ष की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में खारिज हो गई)
इधर हाथरस प्रकरण में दिन व दिन रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं. अब 20 सेकंड का एक विडियो सामने आया है जिसमें 4 हँसिये और 1 चप्पल भी दिख रही है. बताया जा रहा है कि यह कथित विडियो घटना के दिन का है, जिसे देख कर लग रहा है कि घटना के समय वहां कुछ लोग मौजूद थे। विडियो सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि विडियो को सबूत के तौर पर सीबीआई को सौंपा जाएगा।
कोरोना अपडेट : पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 3249 कोरोना संक्रमित मरीज मिले जिसके बाद कोरोना के अब तक कुल केसो की सँख्या 430666 पहुँच चुकी है जबकि एक्टिव केस 41287 बने हुए है और अब तक कोरोना से रिकवर हुए मरीजों का आकडा़ 383046 तक पहुँच चुका है ।