नगर निगम चुनावों में सभी राजनीतिक दलों के बहिष्कार की अपील - संयुक्त अभिभावक समिति

     संयुक्त अभिभावक समिति (राजस्थान) के अभिषेक जैन बिट्टू ने सभी अभिभावकों / जनता से अपील करी है कि आप सभी जानते हैं हम सभी मिलकर No School No Fees मुद्दे को लेकर लगातार सड़कों पर संघर्ष कर रहे है, बकायदा इस लड़ाई को हम सभी मिलकर कोर्ट में निजी स्कूल संचालकों को चुनोती दे रहे है और प्रत्येक अभिभावक की आवाज को बुलन्दी के साथ उठा रहे है।


     पिछले 6 महीनों से राजस्थान का प्रत्येक अभिभावक इस आवाज को उठाने के लिए स्कूलों की ठोकरे खाने पर मजबूर हुए, लगातार राज्य सरकार से गुहार लगाते रहे लेकिन जब किसी ने भी अभिभावकों के दर्द को नही समझा तो इस आवाज को एकजुटता के साथ सड़कों पर लेकर आये, धरने, प्रदर्शन किए यहां तक कि अभिभावकों ने भरे बाजार में भीख तक मांगी लेकिन किसी नेता, मंत्री या राजनीतिक दल कोई भी अभिभावकों के समर्थन में बाहर निकलकर नही आया और ना ही अभिभावकों के समर्थन में आवाज उठाई।



     ऐसे में अब जब राज्य के नेता और राजनीतिक दल जो जनता की आवाज बनने की दुहाई देते है, जब जनता को जरूरत पड़ी तो क्यो अभिभावकों के समर्थन में आवाज नही उठा रहे है? जब इन लोगो को जनता की आवाज ही नही बनना है तो क्यो राज्य का अभिभावक इन राजनीतिक दलों को और उनके नेताओं को वोट देंवे?  जब जनता को अपनी खुद की लड़ाई लड़नी है तो क्यो इन नेताओं का चुनाव करे जो वक़्त पर जनता का साथ छोड़ देंवे। 


     आज जिस प्रकार कोरोना महामारी की मार जनता पर पड़ी उनके काम-धंधे और नोकरी पर पड़ी तो सभी राजनीतिक दलों ने अभिभावकों का साथ छोड़कर जनता को ठगने वाले निजी स्कूल संचालकों के समर्थन में खड़े हो गए। अब इन सभी राजनीतिक दलों को सबक सिखाने और जनता की अहमियत बताने का वक़्त आ गया है। जो भी प्रत्याशी आपके द्वार पर वोट मांगने आये तो उनसे सवाल अवश्य करे कि जब जनता की जरूरत होती तब तुम लोग कहा गायब हो जाते हो?


     इस बार किसी भी नेता को प्रदेश की जनता कोई वोट नही देंगी। जिन स्कूल वालो का समर्थन ये नेता करते है उन्ही स्कूल वालो से ये सभी नेता वोट मांगे। जब जनता के कार्यो की जिम्मेदारी नेताओ के पास नही है तो अभिभावक किस आधार पर इन राजनीतिक दलों को वोट देंवे। इस बार हम सभी अभिभावक पूरी एकजुटता के साथ सभी राजनीतिक दलों का बहिष्कार कर जनता की ताकत का एहसास करवाएंगे।


     इस बार केवल हम सभी अपने अधिकारों का प्रयोग कर केवल Nota पर वोट देंगे। हम अपना वोट अवश्य देंगे। जब अभिभावक मजबूत थे तो इंसानियत सिखाने में लगा दिया। अब मजबूर हुए तो भिखारी बनाकर भीख मांगने में लगा दिया।इस बार नगर निगम चुनाव में जयपुर, जोधपुर, कोटा के अभिभावकों से अपील है कि वह इन राजनीतिक दलों को सबक सिखाये और अपना कीमती वोट किसी भी राजनीतिक दलों को ना देने का संकल्प लेकर इनको सबक सिखाने और अपना वोट केवल Nota पर ही देंवे। 


     जिस प्रकार हम सभी अभिभावकों ने No School No Fees का संकल्प लिया है ठीक उसी प्रकार इस बार सभी राजनीतिक दलों को वोट नही देने का भी संकल्प लेंवे। जिससे इन सभी नेताओं और राजनेताओं की जनता की ताकत का एहसास करवाया जा सके।