फ़िल्म अनकही में गीतकार हेतु अपनी पहल की पेशकश की जिसे कहानीकार डॉ. अखिलेश चन्द्र और डॉ. गीता सिंह के साथ फ़िल्म निर्माता अरविंद चित्रांश ने स्वीकार कर लिया। विनोद स्वप्निल मौर्य हिन्दी फ़िल्म उद्योग के एक जाने माने नाम है, जिनका आजमगढ़ आकर इस फ़िल्म का हिस्सा बनाना एक बहुत बड़ी बात है।ध्यातव्य है कि अभी 06 अक्टूबर 2020 को इस फ़िल्म को लेकर माननीय कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर ने भी कहा था कि हम सभी इस फ़िल्म के साथ बड़ी मजबूती से खड़े हैं। यह फ़िल्म आजमगढ़ के साथ साथ पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के लिये भी गौरव का विषय है।
(Photo - पूर्वांचल. ए आर इंटरटेनमेंट के निर्माता/निर्देशक अरविन्द श्रीवास्तव चित्रांश के साथ हिन्दी फ़िल्म उद्योग के गीतकार विनोद स्वप्निल मौर्य एवं शंकर पटेल प्रधान संपादक न्यूज़ वन गुजरात और मुम्बई से चलकर डॉ. अखिलेश चन्द्र स्टोरी राइटर फ़िल्म 'अनकही'(द अनटोल्ड स्टोरी) से मिलने उनके मंड्या आजमगढ़ स्थित आवास पर पहुँचकर बधाई देते हुए.)
डॉ.अखिलेश चन्द्र इस श्रेणी में पहले कहानीकार हैं जिनके लिखे कहानी पर फ़िल्म अनकही का निर्माण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेष्टिवल के लिये एक साथ हो रहा है। इस फ़िल्म के संगीतकार के लिये फिल्म सांवरिया और ब्लैक जैसे कई बड़ी फिल्मों के म्यूजिक डायरेक्टर मोंटी शर्मा से बात चल रही है और उन्होंने भी अपनी हां कर दी है। फ़िल्म में गीत के लिये बड़े गायक और गायिका से भी बात फाइनल स्टेज में पहुँच रही हैं। नायक और नायिका के साथ, साथी कलाकारों का चयन भी आखिरी दौर में पहुँच रहा है। फ़िल्म के निर्देशक आशीष कुमार कश्यप अपने अथक प्रयास से इसे सिल्वर स्क्रीन पर लाने के लिये लगातार रात दिन एक किये हुये हैं। यह फ़िल्म उत्तर प्रदेश में ही सूट की जाएगी. जो उत्तर प्रदेश फ़िल्म सिटी के कार्य को आगे बढ़ाएगी।
डॉ.अखिलेश चन्द्र जो इस फ़िल्म के स्टोरी राइटर हैं वो श्री गाँधी पी जी कॉलेज, मालटारी आजमगढ़ के शिक्षा संकाय में एसोसिएट प्रोफेसर के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी आजमगढ़ के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के जिला संयोजक भी है और डॉ गीता सिंह जो इस फ़िल्म की दर्द बयानी की गवाह है, जिनके मार्गदर्शन में यह फ़िल्म लिखी गयी. वो भी आजमगढ़ की शान है जो डी ए वी पी जी कॉलेज आजमगढ़ में स्नाकोत्तर हिन्दी विभाग के अध्यक्ष के साथ साथ माननीय मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी से 'शिक्षक श्री सम्मान 'से सम्मानित भी हैं, ने अपने आवास पर आये दोनों अतिथियों का अरविन्द चित्रांश के साथ पुष्प गुच्छ और अनकही की मूल पुस्तक देकर स्वागत किया।
स्वागत के बाद अनकही फ़िल्म निर्माण पर गहन चर्चा भी हुई। चर्चा में अरविन्द चित्रांश ने कहा कि यह फ़िल्म हमारे जेहन में माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के स्लोगन : बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' योजना का हिस्सा है। आज समाज मे फैली कन्या भ्रूण हत्या जैसी जघन्य बुराई को समाज से दूर करने के लिये हम यह फ़िल्म बना रहें हैं. जिसे डॉ. अखिलेश चन्द्र ने बहुत सही तरीके से लिखा है।हम डॉ.अखिलेश चन्द्र के आभारी हैं, जिन्होंने इस अंतरराष्ट्रीय समस्या पर समाधान हेतु अपनी लेखनी चलायी।डॉ.गीता सिंह ने कहा कि आज नारी विमर्श को केन्द्र में रखकर डॉ.साहब ने इस कहानी के साथ पूरा पूरा न्याय किया है। इस कहानी को जब भी पढ़ती हूँ मेरे रोम-रोम भर-भरा जाते हैं. आँख से आँसू पढ़ते वक्त लगातार निकलते रहते हैं। इस कहानी का अंत इससे अच्छा हो ही नही सकता था. इस अवसर पर दोनों अतिथियों ने अपने स्वागत के लिये फ़िल्म से जुड़े सभी लोगों के साथ जनपद आजमगढ़ का भी आभार व्यक्त किया।