कलागुरु सुमहेन्द्र के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय समसामयिक लघु-चित्रण कार्यशाला प्रारम्भ  

News from - संदीप सुमहेन्द्र (अध्यक्ष / कार्यशाला संयोजक)


    कलावृत्त द्वारा राजस्थान ललित कला अकादमी के सौजन्य से कलागुरु डॉ. महेन्द्र कुमार शर्मा 'सुमहेन्द्र' जी के 77वें जन्मदिवस पर उनकी स्मृति में 2 नवम्बर से 9 नवम्बर (8 दिवसीय) ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया है। देश के सभी राज्यो से विलुप्त होती पारंपरिक लघु-चित्रण परंपरा के पुनरुत्थान एवं विकास के उद्देश्य से, कोरोना काल की सावधानियों को अपनाते हुए यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है।


(Photo - कार्यशाला के विधिवत शुभारंभ के अवसर पर सुमहेन्द्र जी के घर मे बने स्टूडियो में उन्हें याद कर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर संदीप सुमहेन्द्र)



     कलावृत्त के अध्यक्ष संदीप सुमहेन्द्र ने बताया कि हमारे देश की अनगिनत लघु चित्रण शैलीयां धीरे-धीरे व्यवसायिकता की अंधाधुंध दौड़ में अपना अस्तित्व खोती अब लगभग समाप्त होने के कगार पर पहुँच गयी है। इसके पुनरुत्थान एवं विकास के लिए आवश्यक है कि कलाकार अब नई सोच के साथ लघु चित्रण की तकनीक एवं रंगों को लेकर नए समसामयिक विषयों पर चित्रण करें, जिससे ये वापस अपनी खोई प्रतिष्ठा को प्राप्त कर सके। देखिए यह तो तय है कि कोई परम्परा कितनी भी विकसित क्यों ना हो समयनुसार यदि उसमे नए प्रयोग ना किये जायें तो वह हर काल-खंड में अपनी प्रतिष्ठा नही बनाये रख सकती, और यही हाल वर्तमान में राजस्थान के लघु चित्रण की भी है।


     इसकी उसी प्रसिद्धि को पुनः स्थापित करने के लिए कलावृत्त संस्था द्वारा इस प्रकार की विशेष कार्यशाला का राजस्थान ललित कला अकादमी के सौजन्य से प्रयास किया है। देश के लगभग 13 राज्यो के 139 सृजनकर्मी 2 से 9 नवम्बर के बीच अपने विचारों, कल्पनाओं से इस पारंपरिक लघु चित्रण कला को नए आयाम देने का प्रयास करेंगे। कलावृत्त द्वारा इस कार्यशाला के श्रेष्ठ चित्रों को पुरुस्कृत करने के लिए राज्य के तीन वरिष्ठ कलाकार की समिति को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है।


     संदीप सुमहेन्द्र ने बताया की हमने श्रेष्ठ चित्रकारों को पुरस्कृत करने के लिए भी एक नई परम्परा का प्रारम्भ कर रहे है, जिसमे कलाकारों को राज्य के विख्यात कलाकारों के नाम का सम्मान देते हुए उन कला गुरुजनों को भी याद करेंगे। जिन्होंने राजस्थान के कला जगत को इतनी उचाइयां दी. यह कलावृत्त संस्था की और से उन वरिष्ठ कलाकारों को श्रद्धांजलि भी होगी। ये सम्मान इस प्रकार है कलागुरु पद्मश्री रामगोपाल विजयवर्गीय सम्मान, पद्मश्री कृपाल सिंह सम्मान, श्रधेय परमानंद चोयल सम्मान, श्री देवकीनन्दन शर्मा सम्मान एवं श्री वेदपाल शर्मा-बन्नुजी सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। 


     कलावृत्त के सचिव देवेन्द्र सिंह बैस ने बताया की इस कार्यशाला के पुरुस्कृत चित्रों सहित अन्य श्रेष्ठ चित्रों (कुल 24 चित्रों) का चयन कर वर्ष 2021 का टेबल कलेंडर भी बनाया जाएगा जिसमे चित्र के साथ चित्रकार की फ़ोटो भी प्रकाशित भी प्रकाशित की जाएगी।