ऑडी कार ने पाली के एक गरीब परिवार के इकलौते चिराग को हमेशा के लिए बुझा दिया

आखिरकार लॉकडाउन में कैसे खरीद ली गाड़ी और विभाग ने कैसे कर दी रजिस्टर्ड?


नेहा सोनी ने ले ली गरीब परिवार के इकलौते बेटे की जान 


     सोनी हॉस्पिटल प्रा. लि. के नाम से रजिस्टर ऑडी की कार ने पाली के एक गरीब परिवार के इकलौते चिराग को हमेशा के लिए बुझा दिया ....गाड़ी को चलाने वाली लड़की का नाम नेहा सोनी है. जो सोनी परिवार की बहू बताई जा रही है ....गाड़ी की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगता है कि टक्कर लगने के बाद लड़का लगभग 70 फीट दूर जाकर एक मकान की छत पर गिरता है ....अंदाजा है कि गाड़ी की रफ्तार 100 -110 के आसपास रही होगी ....लेकिन यहां से नया खेल शुरु होता है जो पुलिस पर सवाल खड़ा करता है?



1. सुबह 10 बजे एक पुलिस अधिकारी कहते हैं कि FIR दर्ज कर ली गई है, लेकिन 1 बजे दूसरे अधिकारी कहते हैं कि अभी FIR दर्ज नहीं की गई. 


2. पुलिस थाने में नेहा सोनी सलाखों में नहीं होती, बल्कि वो थाने में टहलती रहती है. 


3. नेहा सोनी को सोनी हॉस्पिटल के नाम से रजिस्टर्ड दूसरी कार से पुलिस थाने से बाहर लेकर जाया जाता है. कहा जा रहा है कि मौका मुआइना करने के लिए ले जाया गया लेकिन अंदर की खबर है कि नेहा सोनी को उसके घर ले जाया गया है. 


4. नेहा सोनी को मान लें कि मौका मुआइना करने लेकर गए तो भी पुलिस अपनी गाड़ी में नहीं लेकर गई. ना ही महिला कॉंस्टेबल को साथ लेकर गई, उल्टा पुलिस खुद सोनी हॉस्पिटल की गाड़ी में बैठ कर गई. 


5. अभी तक नेहा सोनी की मेडिकल रिपोर्ट नहीं आई है, तो क्या इंतजार किया जा रहा है कि सैम्पल में एल्कोहल की मात्रा कम हो जाए ...


6. मृतक परिवार का पुलिस इंतजार कर रही है, वो आए और FIR दर्ज कराए अगर उन्होंने मना कर दिया, उनको डराया धमकाया गया तो क्या इस मामले में FIR ही दर्ज नहीं होगी.....?