रिपब्लिक भारत चैनल के एडिटर अर्नब गोस्वामी बाहर कैसे आएंगे?

From - P.C.Bhandari (Advocate) 


     रिपब्लिक भारत चैनल को कल देख रहा था. जिसमें कपिल मिश्रा कह रहा था अगर अर्नव गोस्वामी को रिहा नहीं किया गया तो वह सत्याग्रह करेंगे और चैनल बार बार दिखा रहा था कि कपिल मिश्रा सत्याग्रह करेंगे। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि अर्नब गोस्वामी ने अभी तक जमानत का प्रार्थना पत्र ही पेश नहीं किया है जबकि उनको मजिस्ट्रेट कोर्ट में जमानत प्रार्थना पत्र पेश करना चाहिए था लेकिन उनको विधिक राय दी गई और बंदी प्रत्यक्षीकरण (Habeas Corpus) याचिका हाईकोर्ट की खंडपीठ में पेश की और उस पर बहस सुनकर फैसला रिजर्व किया गया है.


     जिसमें सफलता की उम्मीद 1% है। मेरी राय में, इसकी बजाय निचली अदालत में जमानत प्रार्थना पत्र पेश करना चाहिए था और हाईकोर्ट में एफआईआर खारिज करने की याचिका पेश करनी चाहिए था। अभी चैनल पर देखा कि अर्नब गोस्वामी को दूसरी जेल में स्थानांतरित कर दिया और वो कह रहे थे मेरे साथ मारपीट की है. सुप्रीम कोर्ट मुझे जमानत पर रिहा करे। चैनल के चीफ़ एडिटर का वक्तव्य आश्चर्यजनक है। जब जमानत का प्रार्थना पत्र पेश ही नहीं किया है तो जमानत कैसे होगी? निचली अदालत में ही जमानत का प्रार्थना पेश करना पड़ेगा।


     मामला इतना आसान नहीं है क्योंकि दो व्यक्तियों ने आत्म हत्या की है क्योंकि अर्नब गोस्वामी ने स्टूडियो बनवाया और उनके 81लाख रुपए नहीं दिए और दो अन्य लोगों ने करीब साढ़े चार करोड़ रुपए नहीं दिए. इस प्रकार पांच करोड़ चालीस लाख रुपए नहीं दिए. जिससे मजबुर होकर दोनो मां बेटे ने सुसाइड नोट लिखकर आत्म हत्या कर ली. जिसमें तीनो का नाम है।
इनकी बेटी ने कहा कि पिताजी ने रात को तीन-चार बजे तक काम किया। 100 कारीगर, 35 पेंटर लगाकर अर्नब गोस्वामी का स्टूडियो बनाया।