गुरुवार को जौहरी बाजार में जुटेगी टीम, दुकारदारों और नागरिकों से भरवाएं जाएंगे फॉर्म
जयपुर। संयुक्त अभिभावक संघ ने बुधवार को राज्य में स्कूल खुलने या ना खुलने को लेकर आठ प्रश्नों का एक सर्वे फॉर्म तैयार कर लॉन्च किया, ऑनलाइन प्लेट फॉर्म पर लॉन्च होने के साथ ही पहले दिन एक हजार से भी अधिक अभिभावकों ने इस सर्वे में भाग लेकर अपनी जागरूकता दिखाई, गुरुवार से पूरे प्रदेश में फिजिकली सर्वे अभियान लांच किया जाएगा। जिसकी शुरुवात जयपुर में दोपहर 12.30 बजे से जोहरी बाजार से की जाएगी। इस अभियान के अंर्तगत 1 लाख से भी अधिक अभिभावकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे प्रत्येक दुकानदारों और नागरिकों और घर-घर जाकर अभिभावकों से भरवाया जाएगा। जिसके बाद सर्वे का विश्लेषण किया जाएगा साथ ही विशेषज्ञों की राय लेकर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौपी जाएगी।
ऐसी स्थिति में राज्य सरकार और शिक्षा विभाग करोड़ो अभिभावकों और बच्चों के जीवन के साथ ना खिलवाड़ कर सकते है और ना ही भगवान भरोसे झोड़ सकते है। जल्दबाजी और स्कूल संचालकों के दबाव में आकर राजस्थान सरकार कही लापरवाही ना बरत देंवे जिससे करोड़ो अभिभावकों और बच्चों के जीवन पर भारी ना पड़ जाए इन्ही बातों को ध्यान में रखकर यह सर्वे अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के लिए मंत्री मनोज जसवानी, महिला प्रभारी श्रीमती दौलत शर्मा और लीगल सेल सदस्य एडवोकेट खुशबू शर्मा की तीन सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया है जो पूरे प्रदेश में इस अभियान को कोडिनेट करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष को कोचिंग संस्थानों की चिंता, करोड़ो अभिभावक और बच्चों के स्वास्थ्य पर मौन
संयुक्त अभिभावक संघ के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने बताया की लोकसभा अध्यक्ष और कोटा सांसद ओम बिरला ने कोचिंग संस्थानों को खोले जाने को लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा है। जबकि प्रदेश के करोड़ों बच्चे पहले भीषण सर्दी पीड़ित है और अब कोरोना के नए स्ट्रेन का खतरा भी बच्चों के स्वास्थ्य पर मंडराने लगा है। कोरोना का नया स्ट्रेन ना केवल बच्चों के जीवन को प्रभावित कर सकता है बल्कि इसका असर अभिभावकों और नागरिकों पर भी अवश्य पड़ेगा। उस विषय पर लोकसभा अध्यक्ष मौन है।