हिन्दुओं के अंदर भय का माहौल पैदा करने वाले जेहादी तुम अपनी कब्र खुद खोद रहे हो - अजीत सिन्हा

     राँची । सत्य सनातन रक्षा सेना के राष्ट्रीय संयोजक और राष्ट्रीय सनातन वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव (धर्म प्रकोष्ठ) अजीत सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर देश में बहुसंख्यक हिन्दू समुदाय के लोगों पर जेहादियों द्वारा हमले की निंदा करते हुए कहा कि जेहादियों के हमले और लूट - पाट की कारवाई से हिन्दू समाज मर्माहत है. इससे जेहादियों के समाज को ही नुकसान पहुंच रहा है क्योंकि एक ओर जहां वे पूरी तरह से एक्सपोज हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर हिन्दू संगठित हो रहे हैं. उनके वोटों के ध्रुवीकरण से सत्तासीन भाजपा को ही फायदा हो रहा है. हर जगह भाजपा अपने झंडे को मजबूत कर रही है क्योंकि हिन्दुओं के पास वर्तमान समय में कोई ऑप्शन नहीं है. गंगा - जमुनी तहजीब पूरी तरह से टूट रही है. उनका धर्मवाद के आड़ में समाजवाद पूरी तरह से असफल हो रहा है. 

(अजीत सिन्हा
     क्योंकि आज का हिन्दू जागरूक हो रहा है और वह समय अब दूर नहीं कि बहुसंख्यक समाज भी शास्त्र के शस्त्र लेकर सड़कों पर उनकी ही तरह से निकल पड़े क्योंकि दुःख की बात है कि सत्तासीन भाजपा की सरकार हिन्दुओं के जान - माल की रक्षा में विफल साबित हो रही है जो कि हाल - फिलहाल उत्तराखंड में एक हिन्दू परिवार के साथ घटित घटना से परिलक्षित होता है. ठीक उसी तरह से दिल्ली में रिंकू शर्मा की घटना भी केंद्र की सरकार को हाशिये पर लेने के लिए काफी है क्योंकि दिल्ली में दिल्ली पुलिस केंद्र के अधीन है।


     आगे अजीत सिन्हा ने कहा कि यदि भाजपा शासन के अंतर्गत यदि हिन्दुओं के कत्लेआम, लूट - पाट और भय पैदा करने के ग्राफ पर नजर दौराई जाये तो यूपीए शासन की तुलना में कम नहीं है।  यह सरकारी सुरक्षा तंत्र और गोपनीय तंत्र पर भी प्रश्न चिन्ह है? आखिर कब तक हिन्दू मरते रहेंगे? इसका जवाब किसी के पास है क्या? सरकार को वोट जनता के जान - माल की सुरक्षा हेतु ही जनता वोट करती है.  इस बात को सरकार को समझना होगा और यहां जान किसी की सस्ती नहीं कि इस्लामिक आतंकवाद की भेंट चढ़ाते रहें।

     ऐसी परिस्थिति में यदि देश धर्म युद्ध की ओर बढ़ेगा तो इसकी जवाबदेही किसकी होगी? इस बात को सरकार को मनन करना होगा। यदि जनता हथियार लेकर अपनी रक्षार्थ या बदले की भावना से सड़कों पर निकलती है तो इसका जिम्मेदवार कौन होगा? सरकार को यह भी मनन करना होगी। जय हिंद!