Report from - भूपेन्द्र औझा
मतदान बाद चुनाव रिपोर्ट
सहाड़ा-सुजानगढ फिर काग्रेंस खाते मे?
सहाड़ा-सुजानगढ मे आरएलडी उम्मीदवार खासे वोट लेगे?
भीलवाड़ा।प्रदेश की तीन विधानसभा सहाड़ा, सुजानगढ ओर राजसंमद उपचुनाव मे मतदाताओं की पसंद इवीएम मशीन में फीड हो गई।नतीजा वैसे 2 मई को सामने आयेगा!लेकिन मतदान बाद ईलाके मे लोगों के किस के पक्ष मे ज्यादा रहने की जानकारी हासिल करने की मैरी कोशिश मे, सहाड़ा ओर सुजानगढ सीट पर फिर काग्रेंस उम्मीदवार के फतह होने की तस्वीर सामने आई हैं। सहाड़ा ओर सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र में शहर हो या गांव, सब जगह काग्रेंस का पलडा भारी है।आप नतीजे मे देख लेना, काग्रेंस प्रत्याशी दोनों सीटों पर अच्छे मतो से चुनाव जीतेगें?
मैने पांच दिन पहले अपने समाचार " सहाड़ा-सुजानगढ मे काग्रेंस की शान" मे बताया था,वह मतदान समय तक बरकरार रहा है।सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव में लादुलाल पितलिया का भाजपा को लगाया पलीता काग्रेंस को खासा फायदा कर गया।उसमे आँडियो वायरल ने "आग मे घी" का काम किया है।भाजपा के गढ,गंगापुर शहर ओर सुवाड़ा की 16 पंचायतो तक मे काग्रेंस भाजपा से आगे है।काग्रेंस उम्मीदवार गायंत्री त्रिवेदी अपनी गृह तहसील रायपुर से भी ज्यादा सहाड़ा पंचायत समिति में भाजपा प्रत्याशी से मुकाबले मे अधिक मत बढौर रही हैं।याने काग्रेंस सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में चारो जगह गंगापुर-सहाड़ा-रायपुर-सुवाड़ा कही पर भी भाजपा से मात नहीं खा रही हैं।हाँ, भाजपा ओर चुनाव विशेषज्ञों के अनुमान (5-7हजार)के विपरीत आरएलडी प्रत्याशी बद्रीलाल जाट पांच अंको याने दस हजार का आंकडा छूयेगे।
कुछ ऐसा ही आलम सुजानगढ विधानसभा उपचुनाव का भी है। काग्रेंस उम्मीदवार मनोज मेघवाल सुजानगढ शहर-पंचायत समिति ओर बीदासर पंचायतो मे कहीं कमजोर नहीं है।बस नतीजे मे काग्रेंस सहाड़ा मे अधिक या सुजानगढ मे ज्यादा मतो से जीतेगी?नतीजे मे हौड इस बात की रहने वाली है।हालांकि दोनों जगह कम मतदान हुआ और उसकी पहली वजह कोरोना का बढना तथा दुसरी भाजपा नेता-कार्यकर्ताओं मे पार्टी उम्मीदवार को लेकर उदासीनता मुख्य कारण है।सहाड़ा मे ईलाके के काफी मतदाताओं के परप्रदेश मे रोजगार-व्यापार के लिए बाहर गुजरात-महाराष्ट्र-कर्नाटक तक जाने ओर काग्रेंस, आरएलडी उम्मीदवारो के उन्हें मतदान के लिये नही लाने की कवायद करने तथा अकेले भाजपा के ही कुछ को मतदाताओ को लाने की मशक्कत करने से भी सहाड़ा विधानसभा में मतदान प्रतिशत कम रहा है। सुजानगढ विधानसभा उपचुनाव में आरएलडी उम्मीदवार सीताराम नायक अपने निर्दलीय प्रत्याशी पिछले विधानसभा चुनाव मे हासिल किये मतो से अधिक इस दफे वोट प्राप्त कर रहे हैं। आरएलडी प्रत्याशी सीताराम नायक भी पांच अंको याने दस हजार से अधिक वोट ले रहे है।
रा=मे राग अलग है? राजसंमद मे भाजपा-काग्रेंस दोनों के नेता-कार्यकर्ताओं से जानो तो जवाब में "हम तीन से पांच हजार मतो से विजय" का ईलान सूना रहे।सामान्य जन से खुलाशे मे कडी टक्कर ओर कोई भी कुछ वोटों से जीतने की कह रहे। मतलब कि,हारजीत भारी नहीं है!जबकि राजसंमद विधानसभा उपचुनाव में सर्वाधिक 67.19 फीसदी मतदान हुआ है। राजसंमद विधानसभा उपचुनाव में भाजपा शहर मे बढत कायम रखने में कामयाब रही हैं।जबकि काग्रेंस राजसंमद नगर परिषद मे सत्तारूढ़ है ओर काग्रेंस प्रत्याशी तनसुख बोहरा की मतदान दिवस से ठीक एक दिन पहले राजसंमद शहर मे बडी जनसंपर्क रैली निकाली।पर रात मे फरारा घटना ने शहर मे काग्रेंस की रंगत फीकी कर दी।उसपर भाजपा सांसद दीया कुमारी ओर भाजपा प्रदेश महामंत्री एवम विधायक मदन दिलावर के भाजपा कार्यकर्ताओं को छुडाने बाबत थाने पर देर रात तक डटे रहने ने रुढे भाजपा नेता-कार्यकर्ताओं को पार्टी के समर्थन में जगाने का काम कर दिया।
बस,भाजपा की राजसंमद शहर मे रातोंरात फिजा मे ईजाफा हो गया। आश्चर्यजनक रुप से मंत्री उदयलाल आंजना ने मात्र चार दिन की मशक्कत मे जाट बाहुल्य रेलमगरा पंचायत समिति मे भाजपा के गढ मे सेधमार ने की कवायद कर दिखाई। मंत्री आंजना ने मतदान से चार दिन पहले, सबसे पहले यहां ईलाके के काग्रेंस नेता-कार्यकर्ताओं की बैठक रखी।उससे पार्टीजन चुनाव मैदान में लेगे। फिर मंत्री आंजना ने छापरी ग्राम मे जाट समुदाय के बडे सामाजिक आयोजन में जाट नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद रेलमगरा क्षेत्र में प्रचार सभाओ की मशक्कत शुरू की।उससे भाजपा के मजबूत आधार की जाट बाहुल्य पंचायतो गिलुन्द, कोटडी,कुण्डीया, पचमदरा,जवासिया, जिवाखेड़ा मे काग्रेस का खासा समर्थन का माहौल बना। ऊपर से भाजपा आलानेता गुलाब चन्द्र कटारिया द्वारा कुवांरिया गांव सभा में महाराणा प्रताप के लिये बौले बाल, काग्रेंस उम्मीदवार तनसुख बोहरा के प्रति मतदाताओं के वोट जुटाने में सफलता दिला गया है।कूरज, कुवांरिया मे भी काग्रेंस का पलडा भारी है। आप मान के चले, इस दफे रेलमगरा पंचायत समिति में काग्रेंस भाजपा से आगे रहेगी।जबकि बीते दोनों विधानसभा-लोकसभा चुनाव में यहां भाजपा बढत पर थी।
राजसंमद विधानसभा क्षेत्र में बाकी बचा राजसंमद पंचायत समिति का ग्रामीण ईलाका!यह भी भाजपा के पक्ष मे रहता रहा है ओर इसका मगरा क्षेत्र भाजपा का मजबूत आधार!पर इस बार काग्रेंस उम्मीदवार तनसुख बोहरा की मगरा क्षेत्र की केलवा गृह पंचायत हैओर निसंदेह काग्रेंस केलवा ग्राम मे अच्छी बढत ले रही। मैरे मतदान बाद मगरा क्षेत्र मे अधिक आबादी की अन्य पंचायतो पडासती,पसुंद, पिपड़ा के वाशिंदों से मोबाइल फोन से बातचीत में काग्रेंस प्रत्याशी तनसुख बोहरा के पक्ष मे जुकाव नजर आया।साथ ही भील समुदाय का रुझान भी!राजसंमद ग्रामीण क्षेत्र की बाकी पंचायतो मे मतदान बाद मतदाताओं की पंसद जानने की मैरी मशक्कत,आधी रात हो जाने से थम गई।अगर काग्रेंस प्रत्याशी तनसुख बोहरा राजसंमद पंचायत समिति की बाकी पंचायतो मे से आधी पर भी भाजपा पर बढत लेने मे सफल रहे, तो चुनाव में उनकी जीत हो जायेगी?