News from - अभिषेक जैन बिट्टू
सीबीएसई बोर्ड के ऑफलाइन एक्जाम का विरोध, रदद् करने की मांग ....
रविवार को देशभर के अभिभावक संगठनो ने किया सोश्यल मीडिया विरोध प्रदर्शन, जब तक एक्जाम रदद् नही तक तक जारी रहेगा विरोध
सोश्यल मीडिया पर चलाया कैम्पेन, हजारों की संख्या में अभिभावक और छात्र-छात्राओं ने कैम्पेन में लिया भाग
दिल्ली। सीबीएसई की 12 वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर लगातार विवाद गहराता जा रहा है. केंद्र और बहुत से राज्यों की सरकारें परीक्षा करवाने पर अड़े हुए है और वही दूसरी तरफ देशभर के तमाम अभिभावक संगठन, छात्र संगठन सहित अभिभावक और छात्र भी लगातार परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे है। इस दौरान अभिभावक संगठनों का यह कहना भी है कि केंद्र सरकार केवल " मन की बात " तर्ज पर कार्य कर तानाशाही कर रही है और अभिभावकों और उनके बच्चों की जिंदगी से दोहरा खिलवाड़ कर रही है। हालांकि परीक्षा रद्द करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका भी लगाई जा चुकी है जिसकी अगली और अहम 31 मई को होगी और केंद्र सरकार व सीबीएसई बोर्ड 1 जून को एक्जाम को लेकर निर्णय ले सकती है।
इस बीच देशभर के अभिभावक संगठनों के साथ समन्वय कर सेतु का कार्य कर रही एडवोकेट अनुभा श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ घरों में रुकने की बात बोल रहे है, जून माह तक राज्यो को लॉकडाउन रखने की बात बोल रही है जिससे दूसरी लहर पर काबू पाया जा सके, वही जुलाई-अगस्त में तीसरी लहर का डर भी खुद केंद्र और राज्यो की सरकारें दिखा रही है, तीसरी लहर पर केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना सबसे ज़्यादा बच्चों को प्रभावित करेगा, ऐसी स्थिति में अगर ऑफलाइन परीक्षा होती है तो कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को खोना या बीमारी के चपेट में लाना पसंद नही करेगा। अभी जिस प्रकार दूसरी लहर में देश और राज्यो की स्वास्थ्य व्यवस्था को देश ही नही बल्कि पूरे विश्व ने देखा है। अगर ऐसी स्थिति तीसरी लहर में बरकरार रहती है तो बच्चों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी कौन लेगा ? अभिभावक पहले ही बेरोजगारी और काम-धंधे ठप होने की मार झेल रहा है, ऐसी स्थिति में केंद्र की योजना और कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े होना तय है।
परीक्षा रद्द करने को लेकर सभी संगठन एकजुट होकर संयुक्त देंगे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को ज्ञापन, मिलने का समय मांगा
दिल्ली एनसीआर से कोआर्डिनेटर की भूमिका अदा कर रहे सुखपाल सिंह तूर ने कहा कि विगत 20 दिनों से सीबीएसई बोर्ड एक्जाम रदद् करवाने को लेकर अभिभावक संगठनों ने सीबीएसई को पत्र लिखे, अभिभावकों और छात्र-छात्राओं ने सीबीएसई बोर्ड, प्रधानमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री, नेशनल चाइल्ड राइट कमीशन सहित कई केंद्रीय मंत्रियों को ईमेल और सोश्यल मीडिया गुहार लगाई, किन्तु सभी जगह नजरअंदाज किया जा गया अब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिलने का समय मांगा गया है अगले 2-4 दिन में संभवतया मुलाकात हो जाएगी और सभी अभिभावक संगठनों की और से संयुक्त ज्ञापन दिया जाएगा। सभी अभिभावक संगठन वर्तमान परिस्थिति में बिल्कुल भी ऑफलाइन एक्जाम नही चाहते है किन्तु केंद्र सरकार हठधर्मिता दिखाते हुए जबर्दस्ती बच्चों और अभिभावकों की जिंदगी खतरे में डाल रही है। ऑफलाइन के बजाय अल्टरनेटिव असेसमेंट पर केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए।
रविवार से शुरू किया, अब प्रतिदिन चलेगा सोश्यल मीडिया पर केम्पेन, जब तक परीक्षाएं रदद् नही होती तब तक चलेगा
राजस्थान से संयुक्त अभिभावक संघ प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि देशभर के सभी अभिभावक संगठनों ने तय किया है कि रविवार से प्रतिदिन जब तक केंद्र और राज्य की सरकारें परीक्षाएं रदद् नही कर देती है तब तक सोश्यल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन केम्पेन चलाया जाएगा। इस केम्पेन में देशभर के अभिभावकों सहित छात्र-छात्राएं भी शामिल होंगे। रविवार को पहले दिन सोश्यल मीडिया पर हजारों के करीबन लोगों ने केम्पेन में भाग लिया, इस कैम्पेन में सभी अभिभावक संगठन सहित अभिभावकों व छात्र-छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में शामिल है। रविवार को सुबह 10 बजे से कैम्पेन शुरू हुआ था। आगे यह संख्या लाखों में पहुंचने की पूरी उम्मीद है।
इन राज्यों के अभिभावक संगठन होंगे शामिल
रविवार से परीक्षाओ को रद्द करने की मांग को लेकर शुरू हुए केम्पेन में दिल्ली, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, झारखण्ड, बिहार, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छतीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि राज्यों के अभिभावक और छात्र-छात्राएं शामिल हुए।