कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क, -चिकित्सा मंत्री

News from - भूपेन्द्र औझा

प्रदेश में डेल्टा प्लस का पहला मरीज बीकानेर मे चिंहित?

भीलवाड़ा एमजी हाँस्पिटल मे कोरोना डेल्टा प्लस चिकित्सा की तैयारी पूरी- डा.गौड

     भीलवाड़ा। कोरोना के कमजोर पडते ही कोरोना के नये वेरिएंट डेल्टा प्लस ने देश में पाव पसारने शुरू कर दिये। राजस्थान प्रदेश भी इससे अछूता नहीं रह सका और डेल्टा प्लस के एक मरीज की परिछाई पड गई है। इस बाबत चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने आज बताया कि प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित एक मरीज बीकानेर में ट्रेस हुआ है। खुशी की बात यह है कि इस मरीज रिकवर भी शुरू हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार नए वेरिएंट को लेकर पूरी तरह सजग और सतर्क है। बीकानेर में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम व्यापक स्तर पर शुरू कर दिया गया है और माइक्रो कंटेनमेंट जोन बना दिए गए हैं, ताकि संक्रमण का प्रसार ना हो। 

     चिकित्सा मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार देश के 11 राज्यों में 48 मरीज डेल्टा प्लस से संक्रमित पाए गए हैं। देश में 10 जगह जीनोम सिक्वेंसिंग का काम हो रहा है। राजस्थान के एसएमएस मेडिल कॉलेज में जीनोम सिक्वेंसिंग का काम शुरू हो गया है। सैंपल्स की जांचें की जा रही हैं। इससे यह पता चल सकेगा कि नया वेरिएंट कौनसा है। उन्होंने बताया कि वेरिएंट के अनुसार ही ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल तय इलाज शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुख्यमंत्री के निर्देशन में पहली और कोरोना दूसरी वेव का मुकाबला किया उसी तरह कोरोना की तीसरी लहर से भी आमजन को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

     चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन और चिकित्सा संस्थानों के सुदृढ़ीकरण पर व्यापक स्तर पर काम कर रही है। प्रदेश मे शुक्रवार को 10 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया गया। राजस्थान न केवल वैक्सीनेशन में देश भर में अव्वल है । विभाग ने 15 लाख से ज्यादा वैक्सीनेशन प्रतिदिन करने के क्षमता हासिल कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगा चुके हैं। यदि केंद्र सरकार लगातार वैक्सीन उपलब्ध कराती है तो प्रदेशवासियों का समयबद्ध तरीके से वैक्सीनेशन किया जा सकेगा। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि बेहतर कोरोना प्रबंधन का ही नतीजा है कि प्रदेश में दो दिन से मृत्यु का आंकड़ा जीरो रहा है। प्रदेश की रिकवरी रेट भी 98.81 हो गई है, साथ ही एक्टिव केसेज लगभग 1700 रह गए हैं। 

     भीलवाड़ा जिले मे भी महात्मा गांधी चिकित्सालय में डेल्टा प्लस की चिकित्सा की प्रारंभिक तैयारी कर ली गई हैं। इस बाबत एमजी हाँस्पिटल के प्रबंधक डा.अरुण गोड ने बताया कि डेल्टा प्लस के बचाव का प्रमुख आधार वैक्सीन डोज को लगाने का जिले मे पूरा इंतजाम ओर वैक्सीन की उपलब्धता के अनुरूप व्यापक स्तर मे डोज लगाये जारहे। साथ ही अस्पताल में कोरोना चिकित्सा हेतु अलग से बच्चों के लिए60 बैड का तथा व्यवस्को के लिए ईएसआई अस्पताल में 100 बैड का आँक्सीजन सप्लाई यूक्त वार्ड ओर अग्रवाल भवन मे अलग से कोरोना वार्ड उपलब्ध हैं। डा.गोड ने बताया कि एमजी हाँस्पिटल मे 68 वेंन्टीलेटर उपलब्ध हैं उसमे 46 कोरोना एवम डेल्टा प्लस के मरीजों के ईलाज के लिए रिजर्व कर रखे है। मौजूदा समय अस्पताल मेंआँक्सीजन भी प्रयाप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।