योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर मोदी, शाह, नड्डा ने ट्विटर पर बधाई नहीं दी?

News from - भूपेन्द्र औझा

उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री और  भाजपा हाईकमान मे अनबन?

उत्तर प्रदेश क्या अलग अलग भागों में बटेगा?

     भीलवाड़ा। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुजरे एक हफ्ते से समाचारपत्रो से ज्यादा राजनैतिक हल्को की चर्चा में है। भाजपा के ब्रांड एंबेसडर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके के 49 जन्मदिन 5 जून को पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नट्टा ने ट्विटर पर  योगी आदित्यनाथ को बधाई नहीं दी? उत्तर प्रदेश भाजपा फैसबुक, ट्विटर हेडल के पोस्टर से पीएम मोदी, गृहमंत्री शाह,अध्यक्ष नड्डा की तस्वीर गायब? उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी से प्रदेश के ब्राह्मण, ओबीसी, अति पिछड़ा वर्ग सब नाराज-पंचायत चुनाव नतीजों मे इसके दीदार भी उत्तर प्रदेश भाजपा सत्ता- संगठन में बडा बदलाव शीघ्र?

     एक बडे राष्ट्रीयस्तर के वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि योगी ने संघ के आला दायित्ववान को कहा "उत्तर प्रदेश में भाजपा मण्डल अध्यक्ष से लेकर मंत्री तक, एमएलसी से लेकर लोकसभा-राज्यसभा भाजपा प्रत्याशी सबका चयन दिल्ली से, मुझे से राय तक नहीं ली जाती? ऐसे मे प्रदेश के सब गलत काम का दोषी मै? संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने तीन दिन पहले अपने दिल्ली बैठक प्रवास पर आने के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मोहन भागवत को साथ भोजन करने का आमंत्रण और बाद मे दुसरे दिन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा साथ भोजन करने का निमंत्रण को संघ सरसंघचालक मोहन भागवत के आने मे असमर्थता व्यक्त कर दोनों के साथ भोजन नहीं करने?

       ऐसी कई चर्चाये राजनैतिक गलियारों में छाई हुई है। नित नई अटकलें जन्म ले रही। इन सब के पीछे गुजरे एक पखवाड़े मे संघ और भाजपा के आला नेताओ द्वारा उत्तर प्रदेश भाजपा को लेकर  ताबड़तोड़ बैठकें करना है।उसमे उत्तर प्रदेश मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला-विभाग-प्रदेश तक दायित्व वाने स्वयंसेवको से संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले का फीडबेक लेना, सरकार्यवाह होसबाले द्वारा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ उत्तर प्रदेश को लेकर लम्बी चर्चा करना, भाजपा और संघ मे समन्वय स्थापित रखने वाला पद, भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, उत्तर प्रदेश भाजपा प्रदेश प्रभारी राधामोहन देव  द्वारा उत्तर प्रदेश के सत्ता(मंत्रियों )ओर संगठन(प्रदेश पदाधिकारी) नेताओं से अलग अलग अकेले बातचीत, रायशुमारी करने। 

     इन सब बैठकों मे उत्तर प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल  की उपस्थिति लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गैरमौजूदगी? कहने को तो भाजपा केन्द्रीय ओर उत्तर प्रदेश आलानेता दोनों इसे छःमाह बाद होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी, रायशुमारी की कवायद बता रहे लेकिन भाजपा  सत्ता-संगठन शिखर से जुडे लोग इसे भाजपा हाईकमान द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाईकमान द्वारा पर कतरने की तैयारी से जोड रहे। यहां तक की वह उत्तर प्रदेश को केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा तीन भागों में बाटने की मशक्कत शुरू करने की भनक भी दे रहे हैं। सच मे ऐसा हो भी सकता है? 

     मैने तीन महीने पहले अपने एक समाचार मे इसे बताया था। बहन मायावती ने मुख्यमंत्री रहते उत्तर प्रदेश को चार भागों में विभाजित करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित करा, मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार को भेजा था। तब केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार थी और उसे यह प्रस्ताव नापसंद आया। तब से केंद्र सरकार के पास यह प्रस्ताव लटका पडा है। शिखर के नजदीक सूत्रधार ने संकेत दिए कि नरेन्द्र मोदी सरकार के गृह मंत्रालय ने बहन मायावती सरकार द्वारा कब से केन्द्र सरकार को भेजे, उत्तर प्रदेश विभाजन प्रस्ताव की धुल साफ कर उस पर  बकायदा मशक्कत शुरू कर दी है। संविधान प्रावधान अनुसार केन्द्रीय मंत्रिमंडल की स्वीकृति प्रदान करने पर राष्ट्रपति से मंजूरी ले. संसद से उसे पास करा एक नोटिफिकेशन जारी कर किसी भी प्रदेश की सीमा, जिला, शहर , क्षेत्रफल को केंद्र सरकार द्वारा विभाजित किया जा सकता है। उसे प्रदेश सरकार द्वारा मानने की बाध्यता है।