गौशाला पशुओं के पालन घर कम, कत्ल घर ज्यादा साबित हो रहे हैं

News from - प्रियरंजन कुमार (प्रदेश महासचिव -राष्ट्रवादी विकास पार्टी, बिहार)

     राष्ट्रवादी विकास पार्टी बिहार के प्रदेश अध्यक्ष संजय रघुवर ने यह बताया है कि औरंगाबाद जिले का देवकुंड एक प्राचीन अध्यात्मिक जगह है. जहां एक स्वयंसेवी संस्था के द्वारा गौशाला का संचालन किया जा रहा है. इस गौशाला संचालन में कई प्रकार के गड़बड़ी है. गौशाला संचालन करने वाली संस्था के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई समुचित प्रबंध नहीं किया गया है. बड़ी संख्या में गाय तो रखी गइ हैं लेकिन उनके बीमार पड़ने पर उपचार के लिए एक भी मवेशी डॉक्टर का इंतजाम नहीं है. 

(संजय रघुबर)
     इस गौशाला में रखे गए मवेशियों के लिए चारा एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध नहीं है. मवेशी बीमार होकर और भूख से पीड़ित होकर, प्रत्येक दिन मर रहे हैं. मरे हुए पशुओं को गड्ढा खोदकर भूमि में गाड़ दिया जा रहा है. जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बनी हुई है. देवकुंड के तथा आसपास के गांव के लोगों में जन आक्रोश है. इस सवाल को कई राजनीतिक दलों ने, कई सामाजिक संगठनों ने उठाया है तथा जिलाधिकारी से जांच की मांग की है किंतु अभी तक किसी अधिकारी द्वारा मामले की जांच नहीं की गई है. ज्ञातव्य हो कि देवकुंड में पुलिस थाना भी है. थाने के अधिकारी गौशाला के संचालन करने वाली संस्था का कुकृत्य देख रहे हैं लेकिन पुलिस भी इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर रही है. 
     इस मामले को लेकर देवकुंड की जनता आंदोलन पर उतरने के लिए विवश हो रही है. राष्ट्रवादी विकास पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय रघुवर ने जिलाधिकारी औरंगाबाद, पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद को पत्र लिखकर इस पूरे प्रकरण में जांच की मांग की है और दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. यह गौशाला पशुओं के पालन घर कम, कत्ल घर ज्यादा साबित हो रहा हैं!