स्कूलों की समितियों में अभिभावकों को शामिल करने से क्यो डरती सीबीएसई और आरबीएसई बोर्ड - संयुक्त अभिभावक संघ

News from - अभिषेक जैन बिट्टू

10 वीं और 12 वीं बोर्ड परिणाम फार्मूला .... 

सीबीएसई बोर्ड ने " परिणाम समिति " थोपी तो, आरबीएसई ने " विषय समिति " का खेला प्रोपोगंडा

     जयपुर। शिक्षा विभाग ने काफी जदों-जहद के बाद आखिरकार परिणाम को लेकर फार्मूला तैयार कर ही लिया. सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर प्रदेश की 12 सदस्यीय समिति ने 10 वीं और 12 वीं के परिणामों का फार्मूला तैयार किया है। संयुक्त अभिभावक संघ सीबीएसई की तर्ज पर आरबीएसई बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत तो किया है साथ ही जो " विषय समिति " बनाई है उसे प्रोपोगंडा करार दिया है। संघ ने। कहा सीबीएसई बोर्ड ने परिणाम समिति थोपकर रिजल्ट स्कूलों के अधीन कर दिए थे, उसी तर्ज पर आरबीएसई बोर्ड ने " विषय समिति " बनाकर प्रोपोगंडा खेल लिया। 

     प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार या फिर सीबीएसई बोर्ड हो या आरबीएसई बोर्ड सभी को अभिभावकों से डर लगता है जिसके चलते किसी भी समिति में अभिभावकों को शामिल करने से बचते है। सभी को डर लगता है कही बोर्ड, सरकार और स्कूलों की जुगलबंदी कही पकड़ी ना जाये इसलिए सदैव अभिभावकों को दरकिनार किया जाता है। सीबीएसई बोर्ड ने जो परिणाम समिति बनाई वह निजी स्कूलों के दबाव में आकर बनाई जिससे अभिभावकों से पूरी फीस वसूल सके, ठीक उसी तरह आरबीएसई बोर्ड ने निजी स्कूलों के दबाव में आकर " विषय समिति " बना डाली जिससे वह अभिभावकों से फीस वसूल सके। सीबीएसई बोर्ड के परिणाम फार्मूला घोषणा के बाद अधिकतर स्कूल सक्रिय हो गए है और अभिभावकों व छात्र-छात्राओ को परिणाम को लेकर खुली धमकी दे रहे है और फीस वसूल रहे कई स्कूलों ने प्री-बोर्ड एक्जाम का प्रोपोगंडा खेलना शुरू कर दिया है किंतु सरकार और प्रशासन की स्कूलों की जुगलबंदी के चलते इन माफियाओ के हौसले बुंलद है।