फिल्म अभिनेता गोविंदा और कामिनी खन्ना की मां निर्मला देवी का जन्म पूर्वांचल के वाराणसी में हुआ था-अरविंद चित्रांश

 News from - अरविंद चित्रांश  (इवेंट डायरेक्टर)

ठुमरी - मैंने लाखों के बोल सुने सितमगर तेरे लिए--निर्मला देवी (प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका)

     आजमगढ़. पूर्वांचल! फिल्म अभिनेता गोविंदा और पापुलर लेखिका कामिनी खन्ना की मां हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रसिद्ध गायिका निर्मला देवी का जन्म पूर्वांचल के वाराणसी में हुआ था. बॉलीवुड की लेखिका, म्यूजिक कंपोजर और सिंगर कामिनी खन्ना अपने गीत, संगीत और विशेष नृत्य शैली से जन्मोत्सव सप्ताह मनाते हुए, अपनी माता की ठुमरी- मैंने लाखों के बोल सहे, सितमगर तेरे लिए... गाते हुए कहती है कि आज हमारे और गोविंदा में जो कुछ भी है. वह हमारी पूज्य माताजी निर्मला देवी की देन है. आपका जन्म 7जून 1927 को वाराणसी और मृत्यु 15जून 1996 को 69 वर्ष की आयु में मुंबई में हो गया था.

      अंतरराष्ट्रीय भोजपुरी संगम के संयोजक और पूर्वांचल के लोककला संरक्षक अरविंद चित्रांश ने कहा कि हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की गायकी और गजल, ठुमरी से पूरी दुनिया में पूर्वांचल के माटी की महक को महकाने वाली निर्मला देवी का जन्म वाराणसी में हुआ था. निर्मला देवी के पिता वासुदेव प्रसाद सिंह पेशे से जौहरी थे और उनकी मां श्रीमती कुसुम देवी एक गृहिणी थी. बाद में निर्मला देवी अपने पिता के साथ मुम्बई चली गईं और वहीं पर15 साल की उम्र में ही एच.एम.वी.के साथ अपना पहला एल्बम रिकॉर्ड किया. उन्होंने 1942 में अभिनेता अरुण कुमार आहूजा से शादी की. उनके 6 बच्चों में 4 बेटियाँ और 2 बेटे हुए.

     जिसमें से फिल्म अभिनेता गोविन्दा, फिल्म निर्देशक कीर्ति कुमार और लेखिका, म्यूजिक कंपोजर, सिंगर कामिनी खन्ना हैं. कामिनी खन्ना की 19 किताबें छप कर तहलका मचाई हुई है. जिसमें नींव, रंग, अकेली, अनकही आदि हैं. ये फिल्मी हस्तियों के बीच अपनी माता निर्मला देवी की स्मृतियों को अपने गीत ,संगीत और विशेष नृत्य शैली के माध्यम से संजोई रहती है और अपनी कठिन मेहनत और परिश्रम से एक सुपरस्टार बेटी एक्ट्रेस रागिनी खन्ना को तैयार कर चुकी हैं. जो कई फिल्म और अन्य टीवी धारावाहिक जिनमे, ससुराल गेंदा फूल, एक हजारों में मेरी बहना है आदि के साथ बतौर प्रतिभागी. जिनमे झलक दिखला जा, देख इंडिया देख, दस का दम सीजन 2, कौन बनेगा करोड़पति आदि शामिल है.