आदिवासी महिलाओं ने आमजन को एक संदेश दिया

News from - Pappu lal keer 

     राजसमंद जिले के समीप नोगामा भील बस्ती की आदिवासी भील महिला समूह ने चरागाह भूमि में 1500 पौधों को तेज गर्मी में बचाने के लिए कभी घर से बाल्टी, चरु पानी के लाकर पौधों को बचाया है। तो कभी पैसा एकत्र करके 400 रुपए का पानी का टैंकर मंगवाकर पौधों को पानी पिलाया है। 

     इन आदिवासी महिलाओं ने आमजन को एक संदेश दिया है कि कोरोना काल मे ऑक्सीजन की कमी से मरने से अच्छा है कि आप पेड़ लगाओ। पेड़ लगाने से यह आपको ऑक्सीजन की कमी नही होने देगा और कोरोना में लोगो को ऑक्सीजन के महंगे सिलेंडर नहीं खरीदने पड़ेंगे।

     गर्व कि बात है कि आदिवासी समुदाय की महिलाएं पर्यावरण के प्रति इतनी जागरूक हैं. आदिवासी भील महिलाओं के इस जज़्बे को सलाम। आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुस्लिम महिला महासंघ संभागीय सचिव शबनम डायर ने भीलवाड़ा जिले के कई क्षेत्रों में पौधे लगाकर, लोगों से अपील की वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में पौधे लगाए एवं पर्यावरण को सुरक्षित करें।

(शबनम डायर)
     पर्यावरण की महत्वता की जानकारी दी. पर्यावरण ही जीवन है-इस सम्भन्ध मे लोगो को जागरूक करने के लिये जनसम्पर्क भी किया।