दिल्ली/ जयपुर. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी का कानून नहीं होने के कारण, किसानों को फसलों के कम दाम प्राप्त होते आ रहें हैं। जो प्रति क्विंटल बाजरा 1000रु, चना 1200 रु, मूंग 1800रु, गेहूं 300 रु, इसी प्रकार अन्य फसलों को भी किसानों को घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी कम दामों पर बेचना पड़ रहा है। इसके दुष्परिणाम के स्वरूप किसानों को कर्ज में डूबना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं, कई किसानों द्वारा कर्ज को नहीं चुकाने के कारण, अपनी जीवनलीला समय पूर्व ही समाप्त कर रहें हैं। किसानों को इस आर्थिक संकट से मुक्ति के लिए जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू करनें के लिए स्थान की अनुमति मांगी परन्तु दिल्ली पुलिस द्वारा अब तक भी स्थान उपलब्ध नहीं कराया गया। बल्कि किसानो को अपनी व्यथा को प्रकट करने से वंचित किया जा रहा हैं।
इतने पर भी पुलिस रुकतीं नहीं है। उन्होंने आज़ 14 वे दिन भी अपना सत्याग्रह जारी रखा. किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट, 69 वर्ष के मुसुद्दीलाल यादव प्रदेश अध्यक्ष, हाथ पेरो से लाचार स्वामी इन्द्रर नेहरा, बत्तीलाल बैरवा प्रदेश मंत्री, गोपीलाल जाट ज़िला उपाध्यक्ष टोंक, रामेश्वर प्रसाद चौधरी प्रदेशाध्यक्ष युवा किसान महापंचायत, हरजीराम घटाला अध्यक्ष दूदू विधानसभा आदि को अभिरक्षा में लेकर पुलिस थाना संसद में निरूद्ध किया हुआ है।