कब मिलेगा किसानों को न्याय- रामपाल जाट

     न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड कानून बनाने के लिए राजस्थान के दूदू से 2010 में आन्दोलन शुरू हुआ।जो आज भारत देश की मांग बन गई। राजस्थान के किसान 28 नवम्बर 2020 को जंतर-मंतर के लिए रवाना हुए तो शाहजहांपुर बोर्डर पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों को रोक लिया गया. जिसके उपरांत सर्विस रोड पर ही किसानों ने डेरा डाल दिया। आज 225 दिनों के खत्म होने पर भी किसानों को न्याय नहीं मिला।

      किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने नेतृत्व में 5 जुलाई 2021 को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू किया, जो एक दिवसीय चला एवं प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।,उसके उपरांत 6 जुलाई को जंतर-मंतर पर सत्याग्रह शूरू करनें लगें तो दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा कर संसद थाना में बिठाया गया. वहां पर ही सत्याग्रह शुरू किया जो आज तक निरन्तर जारी है।

     न्यूनतम समर्थन मूल्य को गारंटीड कानून बनाने तथा तीनों नये कृषि कानूनों को निष्प्रभावी बनाया जाने तक हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा। मुसुद्दीलाल यादव प्रदेश उपाध्यक्ष, चेतना नन्द स्वामी, अकबर खान, बत्तीलाल बैरवा प्रदेश मंत्री, नरेंद्र चौपड़ा जयपुर कोषाध्यक्ष, रामेश्वर प्रसाद चौधरी प्रदेशाध्यक्ष युवा किसान महापंचायत, हनुमान बिजारणियां आदि सत्याग्रह में शामिल रहे.